आरा/ बिहार| मुफ्फसिल के कारवां में गरीबों को उजाड़ने के खिलाफ व नया वास-आवास कानून बनाने, बिना वैकल्पिक व्यवस्था के गरीबों को उजाड़ने के नीति के बनाने व सभी गरीबों को पांच डिसमिल जमीन देने सहित कई अन्य मांगों को लेकर भाकपा-माले ने आरा अनुमंडलाधिकारी के समक्ष एक दिवसीय धरना दिया|
धरना का संचालन भाकपा-माले नगर सचिव दिलराज प्रीतम ने किया|
धरना को सम्बोधित करते हुए भाकपा-माले नेताओं ने कहा कि देश में मोदीजी के नेतृत्व में बुल्डोजर राज प्रचलन बढ़ गया है और गरीब पर ही बुल्डोजर चल रहा है! गरीबों के कानून का हवाला देकर उन्हें बेदखल किया जा रहा है जबकि सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि गरीबों के घरों को उजाड़ने से पहले वैकल्पिक व्यवस्था करने की गारंटी की जाए |
|इसके बावजूद भी उन गरीबों के घर उजाड़ा जा रहा है! माले नेताओं ने कहा कि बिहार निर्धनतम राज्यों में अग्रणी कतार में है। मानवीय सूचकांक और गरीबों की आबादी के मामले में राज्य की तस्वीर चिंतित करने वाली है! गरीबी और पिछड़ेपन के कई कारक हैं लेकिन सबसे बड़ा कारक आवासीय भूमिहीनता है |
लाखों की तादाद में भूमिहीन दलित-गरीब जहां दशकों से बसे हैं,उसका मालिकाना कागज़ उनके पास नहीं है!जमीन का मालिकाना कागज़ नहीं रहने के चलते उन्हें सरकारी आवास योजना का लाभ भी नहीं मिल रहा है!
सामाजिक न्याय और न्याय के साथ विकास की कोई स्थाई किरण उनतक नहीं पहुंच रही है! आजादी के तुरत बाद बिहार ने ऐतिहासिक कदम उठाया था और राज्य के जमींदारों-रैयतों की जमीन पर बसे भूमिहीनों को पीपी एक्ट के तहत पर्चा देकर उन्हें स्थाई हक दिया था! बदलते समय में समग्र सर्वे के आधार पर नया वास आवास कानून समय की मांग है!
भूमिहीन परिवारों को 5 डिसमिल आवासीय भूमि की गारंटी हो,इसका प्रावधान भी उक्त कानून में हो!इस प्रश्न को लेकर खेग्रामस धारावाहिक आंदोलन चला रहा है।गरीबों पर चल रहे है बुल्डोजर के खिलाफ भाकपा-माले ने जन प्रतिरोध खड़ा कर रही है!
धरना के आरा अनुमंडलाधिकारी को मांग-पत्र दिया है!
धरना को संबोधित करने वालों में भाकपा माले केंद्रीय कमेटी सदस्य राजू यादव,राज्य कमेटी सदस्य विजय ओझा,क्यामुद्दीन अंसारी,शिवप्रकाश रंजन,शब्बीर कुमार,पप्पू कुमार राम,निरंजन केसरी,विकास कुमार,रौशन कुशवाहा,महफूज आलम,कामेश्वर राम,अमरनाथ राम,हरिशंकर गुप्ता,हरिराम सिंह,जनार्दन गौड़,विजय रविदास,रामनिवास बिंद राम स्वार्थ चौधरी शिवपूजन पासवान नंदकिशोर मुसहर,भीम मुसहर,फूल झाड़ों देवी,राधिका देवी,विमला देवी,रुकमणी देवी शांति देवी,बबीता देवी आदि कई लोग शामिल शामिल थे!