“धैर्य” हमारे संकटकाल का मित्र है। इसी से हमें सांत्वना मिलती है। कैसी भी हानि या क्षति हो जाए, धैर्य उसे भुलाने का प्रयत्न करता […]
भागवत कथा
एक वृद्ध महिला एक सब्जी की दुकान पर जाती है, उसके पास सब्जी खरीदने के पैसे नहीं होते है। वो दुकानदार से *प्रार्थना* करती है […]
एक पेचीदा प्रश्न पर कुछ विचार-विमर्श करें। कई व्यक्तियों में साधारण योग्यताएँ होते हुए भी उनकी कीर्ति बहुत विस्तृत होती है और कईयों में अधिक […]
वस्तुतः अपराधों का क्रम न्यायसंहिता की परिधि की पहुँच से बहुत पहले प्रारंभ होता है । जिन कार्यों के लिए दंड संहिता में कोई व्यवस्था […]
जो जैसा सोचता और करता है, वह वैसा ही बन जाता है। मनुष्य का विकास और भविष्य उसके विचारों पर निर्भर है। जैसा बीज होगा, […]
“सद्विचारों” की महत्ता का अनुभव तो हम करते हैं, पर उन पर दृढ़ नहीं रह पाते। जब कोई अच्छी पुस्तक पढ़ते या सत्संग-प्रवचन सुनते हैं, […]
अनेक लोग एक छोटी-सी अप्रिय घटना या नगण्य सी हानि से व्यग्र हो उठते हैं और यहाँ तक व्याकुल हो उठते हैं कि जीवन का […]
“सद्गुणों” की मनुष्य में कभी नहीं है, जिसे बुरा या दुर्गुणी कहते हैं वह बेशक देव श्रेणी के सुसंस्कृत मनुष्यों से सात्विक गुणों में पीछे […]
मनुष्य कितना दीन-हीन, स्वल्प शक्ति वाला, कमजोर है । यह प्रतिदिन के जीवन से पता चलता है । उसे पग-पग पर परिस्थितियों के आश्रित होना […]
आरा/बिहार। महाजन टोली नंबर दो स्थित श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन पंचायती मंदिर प्रांगण में अष्टानिका महापर्व के मौके पर श्री नंदीश्वर महामंडल विधान बड़े ही […]
सबके कल्याण के लिए प्रार्थना करें। प्रार्थना” व्यक्तिगत एवं सामुदायिक दोनों प्रकार से की जा सकती है । व्यक्तिगत प्रार्थना से […]
दुःख में सुख खोज लेना, हानि में लाभ खोज लेना, प्रतिकूलताओं में भी अवसर खोज लेना इस सबको सकारात्मक दृष्टिकोण कहा जाता है। जीवन का […]
बहुत समय पहले की बात है, किसी नगर में एक बेहद प्रभावशाली स॔त रहते थे। उन के पास शिक्षा लेने हेतु कई शिष्य आते थे। […]
जैसे माया मन रमैं, यों जो रामरमाई। तारा मंडल वेधी के, जहां के सो तहां जाई। यह एक सामान्य सच्ची घटना है । किंतु हमारी […]
किसी स्थान पर संतों की एक सभा चल रही थी, किसी ने एक घड़े में गंगाजल भरकर वहां रखवा दिया ताकि संतजन को जब प्यास […]