मार्च में मुख्य अतिथि माले महासचिव कॉमरेड दीपंकर भट्टाचार्य हुए शामिल
चरपोखरी /भोजपुर | डॉ. भीमराव अम्बेडकर के 113 वी जयंती पर आरा में पूर्वी गुमटी से अम्बेडकर चौक तक इंडिया गठबंधन ने लोकतंत्र बचाओ – संविधान बचाओ निकाला। अम्बेडकर चौक स्थित अम्बेडकर के मूर्ति पर माल्यार्पण किया गया। माल्यार्पण करने वालों में इस मार्च में मुख्य अतिथि दीपंकर भट्टाचार्य सहित जिला स्तरीय इंडिया गठबंधन के नेता शामिल हुए।
मार्च को सम्बोधित करते हुए दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि 1927 में अंबेडकर ने दो ऐतिहासिक कदम उठाए – मार्च में महाड़ सत्याग्रह, जिसमें बिना भेदभाव के सार्वजनिक वस्तु के बतौर पानी के अधिकार का दावा किया, और दिसंबर में मनुस्मृति को गुलामी की संहिता बताते हुए सार्वजनिक रूप से जलाया. 1936 में उन्होंने खुलकर ‘जाति के विनाश’ का आह्वान किया और स्वतंत्र लेबर पार्टी का गठन किया।
कहा कि संविधान को अपनाने से अंबेडकर की यात्रा समाप्त नहीं हुई. उन्होंने नए अपनाए गए संविधान के आधार पर न्याय और सामाजिक समानता के लिए लड़ाई जारी रखी. उनकी आखिरी बड़ी लड़ाई हिंदू कोड बिल थी, जिसमें महिलाओं के लिए समान अधिकार सुनिश्चित करने के लिए हिंदू पर्सनल लॉ को आधुनिक बनाने का प्रयास किया गया था.
आज जब भारत के सबसे निर्णायक चुनावी जंग में संवैधानिक लोकतंत्र का भविष्य दांव पर लगा हुआ है, तो अंबेडकर की क्रांतिकारी विरासत से ताकत और प्रेरणा लेने की जरूरत है. हमें बिलकुल याद रखना चाहिए कि बाबा साहेब अंबेडकर ने न सिर्फ हमें संविधान और आरक्षण दिया, बल्कि उन्होंने हमें राजनीति में भक्ति के खतरों से भी आगाह किया था. इसे उन्होंने तानाशाही का नुस्खा बताते हुए कहा था कि अगर हिंदू राष्ट्र हकीकत बन गया तो हम पर बहुत बड़ी मुसीबत आएगी.
मोदी – भाजपा के ‘अबकी बार 400 पार’ के नारे के जवाब में उन्होंने ‘ अबकी बार 2004’ की बात करते हुए कहा कि 2004 में जिस तरह से देश की जनता ने भाजपा की वाजपेई सरकार के इंडिया शाइनिंग के नारे को धत्ता बताते हुए उसे सत्ता से बेदखल किया था, इस बार भी उसे दुहराते हुए नरेंद्र मोदी की लाठी-गोली-बुलडोजर सरकार को धूल चटायेगी।
राजद के जिला अध्यक्ष बीरबल यादव ने कहा कि डाक्टर अम्बेडकर ने हमे जो संविधान में अधिकार दिया वह आज खतरे में है । मनुवादी इसके जगह मनुस्मृति को संविधान बनाना चाहते हैं। आज अम्बेडकर जयति पर हमें संकल्प लेना चाहिए कि उन्ही का एक वोट देने का अधिकार का प्रयोग कर इस देश बिरोधी सरकार को उखड़ फेकना चाहिए।
सीपीआई और सीपीएम के नेताओं ने कहा कि इंडिया गठबंधन को विजयी बना कर ही हम इन तानाशाही सरकार को रोक सकते हैं।

वक्ता में शामिल होने वालों में केन्द्रीय कमिटी सदस्य राजू यादव, माले राजद जिलाध्यक्ष बीरबल यादव,जिला परिषद अध्यक्ष आशा देवी,प्रधान सचिव रामबाबू पासवान, इंसाफ मंच राज्य सचिव कयामुद्दीन अंसारी, अगिआंव प्रखण्ड प्रमुख्य, शिवकुमार शर्मा,शैलेंद्र राम,आलोक रंजन,राज गौरव टाईगर,सीपीआई जिला सचिव उत्तम गुप्ता,जगदीश राम, वीआइपी ओमप्रकाश बिंद, सीपीएम शिवकेश्वर राय , आप के सुरेंद्र प्रसाद, महेंद्र शर्मा, प्रमोद कुमार मुख्य थे।