पीएचडी पात्रता परीक्षा के परिणाम से छात्रों में है काफी आक्रोश,वेबसाइट पर ओएमआर सीट के साथ अंसार की और दोनों पेपर का नंबर अपलोड करें विश्वविद्यालय प्रशासन-आइसा
आरा/भोजपुर। 13/11/2019 नामांकन में व्यापक धांधली, सत्र 2018-21 पंजीयन प्रमाण पत्र से वंचित छात्रों को पंजीयन प्रमाण पत्र निर्गत करने,पूर्व में आइसा नेताओं पर हुए फर्जी मुकदमा वापस लेने, पीएचडी पात्रता परीक्षा का जो परिणाम प्रकाशित किया गया है उस रिजल्ट से छात्रों में काफी आक्रोश है, रिजल्ट से काफी छात्र असंतुष्ट है, हमारी मांग है को पारदर्शिता के साथ पीएचडी में रिजल्ट में सुधार कर परिणाम को अविलंब घोषित करने की मांग को लेकर आइसा से जुड़े सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने विश्वविद्यालय के विज्ञान भवन से मार्च निकाल विभिन्न विभागों से होते हुए विश्वविद्यालय प्रशासनिक भवन के समक्ष पहुँच मार्च सभा में तब्दील हो गया जहां प्रदर्शनकारियों विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जमकर आक्रोशपूर्ण नारेबाजी कर आक्रोश व्यक्त किया।
वही प्रदर्शन का नेतृत्व आइसा के राज्य सचिव सबीर, जिला अध्यक्ष पप्पू कुमार, एस. बी. कॉलेज छात्रसंघ अध्यक्ष सुधीर, आइसा नेता संजय साजन, विकास कुमार, छात्र राजद नेता भीम यादव कर रहे थे। सभा को संबोधित करते हुए आइसा के राज्य सचिव सबीर ने कहां कि देश के विश्वविद्यालयों को संघ और भाजपा के इशारे पर चलाया जा रहा है, जहां मोदी सरकार शैक्षणिक संस्थानों को बर्बाद कर देना चाहती है, शिक्षा को बड़े पूंजीपति घरानों के हवाले सौंप कर शिक्षा को खरीद-विक्री की वस्तु बना देना चाहती है। जहां पर जिसके पास जितना अधिक पैसा होगा,उतनी ही बेहतर शिक्षा ग्रहण कर सकेगा। इसी का नतीजा है कि देश के तमाम विश्वविद्यालयों में सीटों में कटौती, बेतहाशा फीस वृद्धि किया जा रहा है।
वही सभा का संचालन करते हुए आइसा के जिला अध्यक्ष पप्पू कुमार ने कहां कि अगर विश्वविद्यालय प्रशासन का छात्रों के भविष्य को बर्बाद करने की मनसा रखती है तो हम भगत सिंह-अम्बेडकर के विचारों पर चलने वाले छात्र है। इस तरह के छात्र विरोधी कुलपति और प्रशासन की गतिविधियों को कभी बर्दाश्त नहीं करेगें बल्कि इसके खिलाफ बड़े छात्र आंदोलनों में जाएंगे,चाहें प्रशासन द्वारा कितना भी फर्जी मुकदमें कर दिए जाएं।
हमारी मांग है सत्र 2018-21 के नामांकन प्रक्रिया में जो व्यापक धांधली हुआ है उसको जांच कर दोषियों पर कार्यवाई किया जाए, और पंजीयन प्रमाण पत्र से वंचित छात्रों को अविलंब छात्रहित में पंजीयन प्रमाण पत्र निर्गत किया जाए, और स्नातक और स्नातकोत्तर में सीट वृद्धि किया जाए ताकि जो हजारों छात्र स्नातक में नामांकन लेने से वंचित है उनका नामांकन हो सके।
वही पिछले दिनों जो पीएचडी पात्रता परीक्षा का जो परिणाम आया है उससे छात्रों में काफी आक्रोश है, इस रिजल्ट से छात्र काफी असंतुष्ट है हमारी मांग है कि इसका आंसर की और ओएमआर कॉपी को वेबसाइट पर अपलोड किया जाए और साथ ही दोनों पेपर में छात्रों का कितना-कितना नंबर आया है उसको बताया जाए और पूरे रिजल्ट ला ऑल ओवर रैंक तैयार किया जाए ताकि छात्र इस रिजल्ट से संतुष्ट हो सके।
वही प्रदर्शन के दौरान वार्ता करने छात्र कल्याण अध्यक्ष, कुलसचिव, प्रॉक्टर पहुँचे, और आइसा नेताओं ने सभी मागों ओर गंभीरता से वार्ता किया और सभी मागों पर अधिकारियों ने अविलंब पूरा करने का आश्वासन दिया।
प्रदर्शन में आइसा के जिला सचिव रंजन, आइसा नेता सुमित सिंह, शुशील सिंह, अंशु राज, विकास, सुधीर, मंटू, दृष्टि राज, जय प्रकाश,राकेश कुमार, उमेश कुमार, रविकांत, गोबिंद, हरेंद्र, मिर्तुंजय,सागर, समर्थन छात्र राजद रजनीश यादव शामिल थे।