Wetland conservation: a step towards future security
वनस्पतियों, वन्य प्राणियों और स्थानीय पक्षियों के संरक्षण के साथ-साथ भोजन, औषधि और आजीविका के संसाधनों की उपलब्धता में वेटलैंड्स की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। आर्द्रभूमि केवल पर्यावरण संतुलन बनाए रखने तक सीमित नहीं हैं, बल्कि वे जैव विविधता के संरक्षण, जल संसाधनों की शुद्धता और आर्थिक रूप से कमजोर समुदायों के लिए आजीविका का आधार भी प्रदान करती हैं।
इन्हीं उद्देश्यों को केंद्र में रखते हुए, विश्व वेटलैंड्स दिवस-2025 के अवसर पर जनपद गोण्डा के पार्वती अरगा पक्षी विहार में ‘हम सभी के भविष्य के लिए आर्द्रभूमियों का संरक्षण’ विषयक कार्यक्रम का भव्य शुभारंभ हुआ। इस आयोजन के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण के प्रति जनजागरूकता बढ़ाने का प्रयास किया गया।
इस अवसर पर स्वयं सहायता समूहों द्वारा निर्मित ‘अरगा ब्रांड’ के उत्पादों की प्रदर्शनी का उद्घाटन किया गया, जो स्थानीय स्तर पर स्वरोजगार को बढ़ावा देने और आर्थिक सशक्तिकरण का उदाहरण प्रस्तुत करता है। साथ ही, आर्द्रभूमि संरक्षण को लेकर आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया, जिससे नई पीढ़ी में पर्यावरणीय चेतना विकसित हो सके।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर प्रदेशवासियों को ‘विश्व वेटलैंड्स दिवस’ की हार्दिक शुभकामनाएँ देते हुए आर्द्रभूमियों के संरक्षण की दिशा में सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि “आर्द्रभूमियां केवल पारिस्थितिकी तंत्र का हिस्सा नहीं, बल्कि हमारी भावी पीढ़ियों के लिए एक अनमोल धरोहर हैं। इनका संरक्षण हम सभी का नैतिक कर्तव्य है, जिससे पर्यावरण संतुलन और सतत विकास को सुनिश्चित किया जा सके।”
यह आयोजन एक महत्वपूर्ण संदेश देता है कि विकास और प्रकृति का संतुलन बनाए रखना ही स्थायी भविष्य की कुंजी है।