नई दिल्ली। सेंट्रल लेजिस्लेटिव असेम्बली के प्रथम निर्वाचित भारतीय अध्यक्ष श्री विट्ठलभाई पटेल के निर्वाचन के शताब्दी वर्ष पर दिल्ली विधानसभा में आयोजित सम्मेलन के समापन सत्र में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला शामिल हुए।
इस अवसर पर देशभर के विधानमंडलों के पीठासीन अधिकारियों से संवाद हुआ। श्री बिरला ने कहा कि लोकतंत्र की मजबूती और जनप्रतिनिधित्व की सार्थकता तभी है जब सदन की कार्यवाही सुचारू, प्रभावी और जनोन्मुखी हो।
उन्होंने विट्ठलभाई पटेल को नमन करते हुए कहा कि उनका योगदान भारतीय लोकतांत्रिक परंपरा में ऐतिहासिक और प्रेरणादायी है। सम्मेलन में राज्य विधानसभाओं के अध्यक्षों और सभापतियों ने भी अपनी बात रखी और संसदीय कार्यप्रणाली को और अधिक पारदर्शी एवं जनता-केंद्रित बनाने पर विचार-विमर्श किया।

