नई दिल्ली, देश की राजधानी दिल्ली में ट्रैफिक सिग्नल तोड़ने और जाम की समस्या दिनों-दिन बढ़ती जा रही है। पुलिस प्रशासन द्वारा सख्ती बरतने के बावजूद रेड लाइट जंप और ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन के मामले लगातार सामने आ रहे हैं।
रेड लाइट जंप के बढ़ते मामले
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के अनुसार, हर दिन हजारों वाहन चालक रेड लाइट तोड़ते हैं, जिससे सड़क दुर्घटनाओं की संख्या भी बढ़ रही है। हाल ही में पुलिस ने AI कैमरों और ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन (ANPR) सिस्टम की मदद से 15,000 से अधिक चालान जारी किए हैं।
कहां सबसे ज्यादा समस्या?
शहर के कुछ इलाकों में यह समस्या अधिक गंभीर बनी हुई है:
आईटीओ चौक – दिल्ली का सबसे व्यस्त ट्रैफिक सिग्नल, जहां हर घंटे जाम लगने की समस्या रहती है।
सराय काले खां – एक्सप्रेसवे से जुड़े होने के कारण यहां ट्रैफिक नियमों का सबसे अधिक उल्लंघन होता है।
अशोक विहार और लाजपत नगर – रेड लाइट जंप और ओवरस्पीडिंग की घटनाएं सबसे ज्यादा होती हैं।
कठोर नियम और जुर्माना बढ़ाने की मांग
दिल्ली के नागरिकों और ट्रैफिक विशेषज्ञों का मानना है कि:
रेड लाइट जंप करने पर भारी जुर्माना लगाया जाए।
सड़कों पर ट्रैफिक पुलिस की संख्या बढ़ाई जाए।
CCTV निगरानी और AI टेक्नोलॉजी का अधिक इस्तेमाल किया जाए।
प्रशासन का क्या कहना है?
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस का कहना है कि वे सख्त कार्रवाई कर रहे हैं और AI आधारित स्मार्ट ट्रैफिक सिग्नल लगाने की योजना बना रहे हैं। इससे ट्रैफिक का बहाव सुचारू होगा और उल्लंघन करने वालों पर त्वरित कार्रवाई की जा सकेगी।
निष्कर्ष
दिल्ली की ट्रैफिक समस्या को हल करने के लिए सरकार, प्रशासन और नागरिकों को मिलकर काम करना होगा। यदि नियमों का पालन किया जाए और प्रशासन ट्रैफिक सिस्टम को और बेहतर बनाए, तो दिल्ली की सड़कों पर सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा संभव हो सकती है।