जमुई / बिहार | झाझा रेलवे की सतर्कता ने एक बड़े हादसे को टाल दिया। रात करीब 10 बजे के बाद जब पीडब्लूआई (पर्मानेंट वे इंस्पेक्टर) के ट्रैकमैन नियमित पेट्रोलिंग कर रहे थे, तभी किउल-हावड़ा रेलखंड के झाझा के पास रानीकुरा गांव के समीप रेलवे ट्रैक में डेढ़ इंच की कटौती पाई गई।
ट्रैकमैन ने तुरंत इसकी सूचना उच्च अधिकारियों को दी, जिसके बाद रेलवे प्रशासन ने फौरन इस रूट पर सभी ट्रेनों का परिचालन रोक दिया। रेल अधिकारियों की टीम ने मौके पर पहुंचकर संभावित खतरे का आकलन किया और ट्रैक की मरम्मत शुरू कराई।
संभावित खतरा और प्रशासन की कार्रवाई:
यदि यह कटाव समय रहते नहीं पकड़ा जाता, तो किसी भी ट्रेन के गुजरने के दौरान बड़ा हादसा हो सकता था। रेलवे सुरक्षा बल (RPF) और स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंच गई और सुरक्षा जांच शुरू कर दी गई है। इस क्षेत्र में पहले भी साबोटाज (साजिशन पटरी काटने) जैसी घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जिसके चलते प्रशासन इसे गंभीरता से ले रहा है।
ट्रेन परिचालन पर असर:
घटना के चलते कुछ देर तक इस रूट पर ट्रेन संचालन बाधित रहा, हालांकि ट्रैक की मरम्मत के बाद इसे बहाल कर दिया गया। रेलवे अधिकारियों ने यात्रियों से सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत देने की अपील की है।
रेलवे प्रशासन इस घटना की जांच कर रहा है और यह भी पता लगाने की कोशिश कर रहा है कि यह कटाव प्राकृतिक कारणों से हुआ है या किसी साजिश का हिस्सा है।