demanded death penalty for the accused
आरा: भोजपुर जिले के गीधा गांव में नाबालिग बच्ची से हुए जघन्य बलात्कार के बाद इंसाफ मंच की टीम ने गांव का दौरा किया और पीड़िता के परिवार से मुलाकात की। मंच के सदस्यों ने स्थानीय लोगों से बातचीत कर घटना की जानकारी ली और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया।
इंसाफ मंच के राज्य सचिव क्यामुद्दीन अंसारी ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि गीधा गांव में दलित, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों पर सामंती ताकतों का दबदबा बना हुआ है। उन्होंने आरोप लगाया कि 26 जनवरी को झंडोतोलन के बाद एक भाजपा से जुड़े सामंती मानसिकता वाले व्यक्ति ने एक नाबालिग बच्ची को जबरन पकड़कर उसके साथ जघन्य अपराध किया।
अंसारी ने कहा कि यह घटना सत्ता संरक्षित सामंती उत्पीड़न का उदाहरण है और इंसाफ मंच इसकी कड़ी भर्त्सना करता है। मंच ने मांग की है कि आरोपी को शीघ्र गिरफ्तार कर एसपीडी (स्पीडी) ट्रायल के तहत न्यायिक प्रक्रिया पूरी कर फांसी की सजा दी जाए।
उन्होंने आरोप लगाया कि कोईलवर पुलिस प्रशासन शुरू से ही आरोपी को बचाने में लगा हुआ है। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी गांव में दलितों पर अत्याचार हुए हैं, लेकिन दोषियों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। अंसारी ने उदाहरण देते हुए कहा कि कुछ दिनों पहले गुड्डू पासवान को भी बुरी तरह पीटा गया था, लेकिन दोषी अब भी खुलेआम घूम रहे हैं।
इंसाफ मंच के नेताओं ने कहा कि आज भी दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों पर अत्याचार जारी है, और यह घटना उसी कड़ी का हिस्सा है। मंच ने प्रशासन से जल्द से जल्द आरोपी की गिरफ्तारी और सख्त कार्रवाई की मांग की।
गीधा गांव का दौरा करने वाली टीम में
इंसाफ मंच ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर जल्द न्याय नहीं मिला, तो वे बड़ा आंदोलन करेंगे।