मुंबई: महाराष्ट्र में फसल बीमा योजना को लेकर एक बड़े घोटाले का मामला सामने आया है। राज्य के वर्तमान कृषि मंत्री ने खुद स्वीकार किया है कि फसल बीमा योजना में 500 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है। हालांकि, सत्ताधारी दल के विधायक सुरेश धस ने इस घोटाले की राशि 500 करोड़ नहीं, बल्कि 5000 करोड़ रुपये होने का दावा किया, जिससे यह मामला और गंभीर हो गया है।
लोकसभा में गूंजा घोटाले का मुद्दा
इस घोटाले को लेकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार गुट) की सांसद सुप्रिया सुले ने लोकसभा में सवाल उठाया। उन्होंने केंद्र सरकार से जवाब मांगा कि जब खुद सत्ताधारी दल के विधायक इतने बड़े घोटाले का खुलासा कर रहे हैं, तो क्या इसकी जानकारी केंद्र सरकार को दी गई है?
सुप्रिया सुले ने मांग की कि सरकार इस घोटाले की निष्पक्ष जांच कराए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे। उन्होंने यह भी कहा कि यदि इसमें गड़बड़ी हुई है, तो इसके लिए कौन जिम्मेदार है और अब तक क्या कार्रवाई हुई है, इसकी भी जानकारी सार्वजनिक की जानी चाहिए।
केंद्र सरकार का आश्वासन, होगी गहराई से जांच
लोकसभा में इस मुद्दे के उठने के बाद, केंद्रीय कृषि मंत्री ने इस घोटाले को गंभीरता से लेने की बात कही। उन्होंने आश्वासन दिया कि इस मामले की गहराई से जांच कराई जाएगी, और यदि किसी भी स्तर पर गड़बड़ी पाई जाती है, तो दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
क्या है फसल बीमा योजना?
फसल बीमा योजना किसानों को प्राकृतिक आपदाओं, मौसम की मार और अन्य कारणों से फसल नुकसान की स्थिति में वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने के लिए शुरू की गई थी। इस योजना का उद्देश्य किसानों को राहत देना था, लेकिन अब इसमें घोटाले के दावे सामने आने से प्रशासन पर सवाल खड़े हो गए हैं।
अब देखना होगा कि इस घोटाले की जांच कब तक पूरी होती है और क्या दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाती है या नहीं।