CPI-ML statewide protest against Bihar budget, effigy burnt in Ara
आरा: बिहार सरकार के बजट 2025 को गरीब विरोधी बताते हुए भाकपा-माले ने राज्यव्यापी तीन दिवसीय प्रतिरोध दिवस के तहत आज आरा में विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान क्रांति पार्क से प्रतिवाद मार्च निकाला गया और बस स्टैंड पर बिहार बजट का पुतला जलाकर विरोध दर्ज किया गया। प्रदर्शनकारियों ने नीतीश कुमार सरकार और भाजपा के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
भाकपा-माले नेताओं ने कहा कि बिहार सरकार द्वारा पेश किए गए बजट में गरीबों, श्रमिकों और महिलाओं की लोकप्रिय मांगों की अनदेखी की गई है। उन्होंने कहा कि आशा, जीविका, रसोइया, आंगनवाड़ी, माइक्रोफाइनेंस कंपनियों से कर्ज लेने वाली महिलाओं की कर्जमाफी, आउटसोर्सिंग कर्मचारियों, सफाईकर्मियों, कार्यपालक सहायकों और ठेका कर्मियों की मांगों को बजट में जगह नहीं दी गई।
नेताओं ने यह भी कहा कि 200 यूनिट मुफ्त बिजली, सामाजिक सुरक्षा भत्ता ₹2500 करने, महिलाओं को ₹3000 सहायता राशि देने, गरीबों के लिए पक्के मकान और अन्य जनकल्याणकारी योजनाओं को भी नजरअंदाज किया गया है।
इस विरोध मार्च में नगर सचिव सुधीर कुमार सिंह, जिला कार्यालय सचिव दिलराज प्रीतम, ऐपवा नगर सचिव संगीता सिंह, नगर अध्यक्ष शोभा मंडल, मजदूर नेता बालमुकुंद चौधरी, आइसा नेता रोशन कुशवाहा, व्यवसायी नेता बबलू गुप्ता, संत विलास राम, हरिनाथ राम, धीरेंद्र आर्यन, कृष्णा पासवान, अरुणा देवी, गुड़िया देवी, मुक्ति देवी सहित कई नेता और कार्यकर्ता शामिल रहे। सभा का संचालन भाकपा-माले राज्य कमेटी सदस्य क्यामुद्दीन अंसारी ने किया।
भाकपा-माले ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा की यदि गरीबों और आम जनता की मांगों को जल्द पूरा नहीं किया गया, तो विरोध प्रदर्शन और तेज किया जाएगा।