नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपनी बात रखी। अपने संबोधन में उन्होंने देश की प्रगति, गरीबों के उत्थान, आदिवासी विकास और कांग्रेस की नीतियों पर खुलकर चर्चा की।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत अब ‘फ्रैजाइल फाइव’ और ‘पॉलिसी पैरालिसिस’ के दौर से निकलकर दुनिया की शीर्ष 5 अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हो गया है। उन्होंने आत्मनिर्भर भारत की दिशा में हो रहे प्रयासों को रेखांकित किया और बताया कि सरकार देश के आर्थिक विकास को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है।
पीएम मोदी ने बताया कि उनकी सरकार ने 25 करोड़ से अधिक लोगों को गरीबी रेखा से बाहर निकाला है। साथ ही 80 करोड़ गरीबों को मुफ्त राशन दिया जा रहा है। आदिवासी बहुल 110 आकांक्षी जिलों में शिक्षा और बुनियादी ढांचे के विकास पर विशेष ध्यान दिया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि बजट में अनुसूचित जनजाति घटक फंड को 2014 की तुलना में 5 गुना बढ़ाया गया है और 500 नए एकलव्य स्कूल स्वीकृत किए गए हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी ने अपने ‘युवराज’ को एक स्टार्टअप के रूप में प्रस्तुत किया, जो न तो लिफ्ट हो रहा है और न ही लॉन्च हो रहा है। उन्होंने पंडित नेहरू के एक पत्र का हवाला देते हुए कहा कि नेहरू जी आरक्षण के विरोधी थे और कांग्रेस ने एससी, एसटी और ओबीसी समुदायों को उनके अधिकारों से वंचित रखा।
प्रधानमंत्री ने अपने तीसरे कार्यकाल को लेकर विश्वास जताते हुए कहा कि विकास की गति को धीमा नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगले 5 वर्षों में भारत बुलेट ट्रेन भी देखेगा और गरीबों के लिए घर बनाने की योजना जारी रहेगी।
प्रधानमंत्री मोदी के इस भाषण को 2024 के आम चुनावों से पहले एक मजबूत संदेश के रूप में देखा जा रहा है।