पटना/बिहार / गणतंत्र दिवस के अवसर पर 26 जनवरी को आयोजित होने वाली परेड में महिलाओं की सुविधा और सुरक्षा को प्राथमिकता देने के लिए पटना नगर निगम द्वारा पिंक टॉयलेट को बढ़ावा दिया जा रहा है। परेड में इस बार एक विशेष झांकी के रूप में “मोबाइल पिंक टॉयलेट” और “लू कैफे” प्रस्तुत किए जाएंगे। महिला कर्मचारी झांकी में इसके उपयोग और लाभों के बारे में जागरूकता फैलाने का कार्य करेंगी।
पिंक टॉयलेट की खासियत यह है कि इसे “कबाड़ से जुगाड़” की थीम पर तैयार किया गया है। पुरानी और बेकार बसों को जीर्णोद्धार कर इन टॉयलेट्स को बनाया गया है। यह पहल महिलाओं और पुरुषों के लिए पूर्णतः नि:शुल्क है।

शहर में संचालित हैं 6 मोबाइल पिंक टॉयलेट
पटना नगर निगम वर्तमान में 6 मोबाइल पिंक टॉयलेट संचालित कर रहा है। इन टॉयलेट्स में आधुनिक सुविधाएं जैसे चार्जिंग पॉइंट, कैंटीन, वॉश बेसिन, चाइल्ड डे केयर, रेस्टोरेंट, रेस्ट रूम, सेनेटरी नैपकिन वेंडिंग मशीन और स्वच्छ टॉयलेट की व्यवस्था उपलब्ध है। इनका संचालन पूर्णतः महिला कर्मचारियों द्वारा किया जाता है, जबकि सफाई का कार्य महिला स्वच्छांगिनी संभालती हैं।
आधे हिस्से में बना है फूड कोर्ट
इन बसों को विशेष रूप से तैयार किया गया है, जहां पीछे के हिस्से में फूड कोर्ट बनाया गया है। इसमें फास्ट फूड, कॉफी, दूध, बिस्कुट और अन्य खाने-पीने की चीजें उपलब्ध हैं। ये बसें मुख्यतः सार्वजनिक स्थानों जैसे मरीन ड्राइव, तारामंडल, मौर्या लोक और गांधी मैदान पर तैनात की जाती हैं, जहां भीड़ अधिक होती है।
महिलाओं की प्रतिक्रिया और लाभ
महिलाओं के लिए यह पहल सम्मान और सुरक्षा का प्रतीक बन चुकी है। पहले जहां सार्वजनिक स्थानों पर टॉयलेट जाने में महिलाओं को हिचकिचाहट होती थी, अब इस सुविधा से वे सुरक्षित महसूस करती हैं। महिलाओं की शारीरिक और आर्थिक गतिशीलता को बढ़ावा देने के साथ-साथ यह पहल स्कूल, कार्यस्थल और सार्वजनिक जीवन में उनकी भागीदारी बढ़ाने का लक्ष्य भी रखती है।
एक महिला उपयोगकर्ता ने कहा, “पिंक टॉयलेट ने हमारी जिंदगी को सरल और अधिक सुरक्षित बनाया है। अब हमें सार्वजनिक स्थानों पर किसी भी असुविधा का सामना नहीं करना पड़ता।”
झांकी का उद्देश्य और भविष्य की योजना
पटना नगर निगम की इस झांकी का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को उनकी सुविधा और सुरक्षा के प्रति जागरूक करना है। झांकी के माध्यम से यह संदेश दिया जाएगा कि महिलाओं को सम्मान और सुविधाजनक वातावरण प्रदान करना समाज की प्राथमिक जिम्मेदारी है।
आने वाले समय में नगर निगम इन टॉयलेट्स की संख्या बढ़ाने और अन्य शहरों में इसे लागू करने की योजना पर विचार कर रहा है। इस पहल के जरिए महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा देकर उन्हें अधिक आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
पर्यावरण संरक्षण में योगदान
“कबाड़ से जुगाड़” की थीम पर तैयार यह टॉयलेट पर्यावरण संरक्षण में भी मददगार है। बेकार बसों को पुन: उपयोग में लाकर न केवल कचरे को कम किया गया है, बल्कि संसाधनों का प्रभावी इस्तेमाल भी सुनिश्चित किया गया है।
गणतंत्र दिवस परेड में पिंक टॉयलेट की झांकी महिलाओं के लिए एक नई प्रेरणा बनेगी और समाज में सकारात्मक बदलाव की ओर एक बड़ा कदम साबित होगी।