नई दिल्ली, भारत में हर साल 4 मार्च को राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस मनाया जाता है, जो देश की सुरक्षा, नागरिकों की रक्षा और आपात स्थितियों से निपटने में सुरक्षा बलों और संगठनों के योगदान को सम्मानित करने का दिन है।
इस वर्ष की थीम
इस साल राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस की थीम है:
“सुरक्षित भारत, समर्थ भारत” – इस थीम का उद्देश्य सुरक्षा जागरूकता बढ़ाना और नागरिकों को सुरक्षा उपायों से अवगत कराना है।
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस का महत्व
औद्योगिक और अग्नि सुरक्षा: कर्मचारियों और श्रमिकों को सुरक्षा के प्रति जागरूक करना।
रक्षा बलों का सम्मान: सेना, पुलिस, अर्धसैनिक बलों और आपदा प्रबंधन दलों के योगदान को पहचानना।
यातायात और साइबर सुरक्षा: डिजिटल युग में साइबर हमलों से बचाव और सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता।
कैसे मनाया जाता है?
सेमिनार और जागरूकता अभियान – सरकारी और निजी संस्थानों में सुरक्षा से जुड़े कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
परेड और सम्मान समारोह – विभिन्न शहरों में सुरक्षा बलों को सम्मानित करने के लिए कार्यक्रम होते हैं।
ऑनलाइन जागरूकता अभियान – सोशल मीडिया पर #NationalSafetyDay ट्रेंड करता है।
राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (NSC) की भूमिका
भारत में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (NSC) इस दिन को बड़े स्तर पर आयोजित करता है। इसकी स्थापना 4 मार्च 1966 को की गई थी, और तब से यह सुरक्षा नीतियों और उपायों को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
निष्कर्ष
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस न केवल हमारे सुरक्षाकर्मियों को सम्मानित करने का अवसर है, बल्कि यह हमें सुरक्षा के प्रति सतर्क रहने और एक सुरक्षित समाज बनाने की प्रेरणा भी देता है। आइए, हम सभी सुरक्षा नियमों का पालन करें और देश की सुरक्षा में अपना योगदान दें।
🇮🇳 जय हिंद!