नालंदा: बिहार के नालंदा से एक बेहद दर्दनाक और दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां एक 26 वर्षीय महिला की बेरहमी से हत्या कर दी गई और उसकी लाश जंगल में फेंक दी गई। इस निर्मम हत्याकांड में सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि महिला के दोनों पैरों में 6-6 कीलें ठोकी गई थीं, जिससे उसके साथ हुई बर्बरता का अंदाजा लगाया जा सकता है।
इस वीभत्स वारदात ने राज्य में महिला सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
महिलाओं पर बढ़ते अपराध
बिहार में महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। हाल के दिनों में कई दिल दहलाने वाली घटनाएं सामने आई हैं:
5 मार्च 2025 – सीतामढ़ी में एक नाबालिग लड़की के साथ गैंगरेप।
1 मार्च 2025 – राजधानी पटना में एक महिला की गोली मारकर हत्या।
1 फरवरी 2025 – कटिहार में एक दिव्यांग महिला के साथ दरिंदगी।
24 जनवरी 2025 – मामूली विवाद के चलते 65 वर्षीय बुजुर्ग महिला से सामूहिक दुष्कर्म।
सरकार की भूमिका पर सवाल
राज्य में बढ़ते अपराधों के बावजूद प्रशासन और सरकार की उदासीनता पर सवाल उठ रहे हैं। महिला सुरक्षा को लेकर सख्त कदम उठाने के बजाय कानून व्यवस्था लगातार लचर होती जा रही है। अपराधियों के हौसले बुलंद हैं, और महिलाओं में भय और असुरक्षा का माहौल बना हुआ है।
राजनीतिक दलों के वादों और दावों के बावजूद जमीनी हकीकत यह है कि महिलाओं के खिलाफ अपराध कम होने के बजाय लगातार बढ़ रहे हैं। ऐसे में जरूरी है कि सरकार कठोर कदम उठाए और महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करे, ताकि वे भयमुक्त जीवन जी सकें।