प्रयागराज: महाकुंभ-2025 के सफल आयोजन में अहम भूमिका निभाने वाले स्वच्छता कर्मियों और स्वास्थ्य कर्मियों के सम्मान में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस अवसर पर उपस्थित रहे और स्वच्छ कुंभ कोष व आयुष्मान योजना के आच्छादन प्रमाण-पत्रों का वितरण किया।
स्वच्छता एवं स्वास्थ्य कर्मियों का समर्पण सराहनीय
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि महाकुंभ केवल आस्था का पर्व नहीं, बल्कि आर्थिक और सामाजिक परिवर्तन का माध्यम भी है। उन्होंने कर्मियों की निस्वार्थ सेवा की सराहना करते हुए कहा, “आप सभी की प्रतिबद्धता और समर्पण ने महाकुंभ को ऐतिहासिक और भव्य बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।”
महाकुंभ: आस्था से आर्थिकी की ओर
मुख्यमंत्री ने इस महाकुंभ को “एकता का महाकुंभ” बताते हुए कहा कि इस आयोजन ने दुनिया को आस्था से आर्थिकी का नया संदेश दिया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंशा के अनुरूप इस आयोजन को वैश्विक पहचान दिलाने में योगदान देने वाले सभी कर्मियों का आभार प्रकट किया।
कार्यक्रम की मुख्य बातें:
✔ स्वच्छ कुंभ कोष के तहत कर्मियों को आर्थिक सहायता प्रमाण-पत्र वितरित किए गए।
✔ आयुष्मान योजना के आच्छादन प्रमाण-पत्रों का वितरण हुआ, जिससे कर्मियों को स्वास्थ्य लाभ मिलेगा।
✔ मुख्यमंत्री ने स्वच्छता कर्मियों और स्वास्थ्य कर्मियों के योगदान को नमन किया और उन्हें समाज का सच्चा नायक बताया।
वैश्विक मंच पर प्रतिष्ठा प्राप्त कर रहा महाकुंभ
महाकुंभ-2025 को प्रधानमंत्री मोदी के “वैश्विक कुंभ” के दृष्टिकोण के अनुरूप संपूर्ण विश्व में प्रतिष्ठा दिलाने का प्रयास किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह आयोजन संस्कृति, अध्यात्म, पर्यटन और अर्थव्यवस्था के लिए एक नई दिशा तय करेगा।
इस सम्मान समारोह ने न केवल कर्मियों के योगदान को सराहा, बल्कि यह संदेश भी दिया कि प्रयास और समर्पण से महाकुंभ को और अधिक भव्य एवं ऐतिहासिक बनाया जा सकता है।