आम आदमी पार्टी

सामान रख लेना, मगर वोट मत बिकने देना!”केजरीवाल

नई दिल्ली: दिल्ली में चुनावी माहौल गर्मा ने के साथ ही गली-मोहल्लों में तरह-तरह की गतिविधियां देखने को मिल रही हैं। इस बीच एक बड़ा आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हाल ही में एक बयान में कहा है कि एक प्रमुख राजनीतिक दल, जिसे “गाली-गलौज पार्टी” कहकर तंज कसते हैं, खुलेआम जनता के बीच पैसे, साड़ियां, कंबल, जूते और यहां तक कि सोने की चेन तक बांट रही है।

आश्चर्यजनक रूप से यह काम कथित रूप से दिल्ली पुलिस की निगरानी और संरक्षण में किया जा रहा है। इससे चुनावी निष्पक्षता और पारदर्शिता पर बड़े सवाल खड़े हो गए हैं।

जनता को जागरूक रहने की अपील
इस घटनाक्रम के बाद अपील किया गया है कि जनता इनका सामान रख ले, लेकिन किसी भी कीमत पर अपना वोट न बेचे। “वोट बिकने का मतलब अपनी आवाज और लोकतंत्र को कमजोर करना है|

विपक्षी दलों का हमला
इस प्रकरण पर विपक्षी दलों ने कड़ा रुख अपनाते हुए इसे लोकतंत्र का मजाक बताया है। उन्होंने चुनाव आयोग से सख्त कार्रवाई की मांग की और कहा कि इस तरह के कृत्य से निष्पक्ष चुनाव प्रक्रिया प्रभावित हो रही है।

चुनाव आयोग की भूमिका पर सवाल
चुनाव आयोग से भी सवाल किए जा रहे हैं कि इस तरह के मामलों पर अभी तक कोई ठोस कदम क्यों नहीं उठाया गया। यदि यह सिलसिला ऐसे ही चलता रहा तो चुनावों की निष्पक्षता पर ग्रहण लग सकता है।

नागरिकों के लिए संदेश
जनता को यह समझने की जरूरत है कि कुछ सामान या पैसे के बदले अपना वोट देना न केवल लोकतंत्र के लिए खतरनाक है, बल्कि इससे उन नेताओं का समर्थन होता है जो जनहित के बजाय निजी स्वार्थ के लिए राजनीति करते हैं।

निष्कर्ष:
चुनावी माहौल में जागरूकता सबसे बड़ा हथियार है। अपने अधिकारों का सही उपयोग करें और किसी भी प्रकार के प्रलोभन से बचें।

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Published by
Gautam Anubhavi

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