India abstains from voting on a UN resolution concerning Afghanistan; calls for credible and concrete steps to ensure real change.
संयुक्त राष्ट्र महासभा में अफ़ग़ानिस्तान की स्थिति को लेकर पेश किए गए एक महत्वपूर्ण प्रस्ताव पर भारत ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया। भारत ने इस कदम की वजह बताते हुए कहा कि जब तक अफ़ग़ानिस्तान में ठोस और भरोसेमंद कदम नहीं उठाए जाते, तब तक वहां के नागरिकों के लिए कोई सकारात्मक बदलाव संभव नहीं है।
प्रस्ताव में अफ़ग़ानिस्तान में मानवाधिकारों की स्थिति, महिलाओं की भूमिका और अंतरराष्ट्रीय समर्थन की आवश्यकता पर ज़ोर दिया गया था। भारत ने अपने बयान में यह भी कहा कि केवल शब्दों और आश्वासनों से काम नहीं चलेगा, बल्कि ज़मीन पर वास्तविक और प्रमाणिक कार्रवाई ज़रूरी है।
भारत के इस रुख को उसकी “न्यायपूर्ण और सतर्क विदेश नीति” का हिस्सा माना जा रहा है, जिसमें क्षेत्रीय स्थिरता और मानवीय मूल्यों को प्राथमिकता दी जाती है।
विशेष तथ्य:
प्रस्ताव संयुक्त राष्ट्र महासभा में पेश किया गया था।
भारत ने मतदान से दूरी बनाई, यानी Abstain किया।
भारत ने “ठोस कदमों की आवश्यकता” पर बल दिया।
संयुक्त राष्ट्र न्यूयॉर्क में बैठक हुई थी।