I will struggle for the development of the school throughout my life: MLA Shivprakash Ranjan
आरा l राजकीय अंबेडकर आवासीय बालक उच्च विद्यालय मौलाबांग, आरा में शनिवार को एक विशेष सम्मान समारोह आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में अगिआंव के विधायक शिवप्रकाश रंजन को सम्मानित किया गया, जो इसी विद्यालय के पूर्व छात्र रह चुके हैं। विधायक ने अपने संबोधन में विद्यालय के प्रति अपने गहरे लगाव और इसे विकसित करने की प्रतिबद्धता को दोहराया।
समारोह में शिवप्रकाश रंजन के साथ-साथ विद्यालय के पूर्व छात्रों और अन्य गणमान्य व्यक्तियों को भी सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय की प्राचार्य कुमारी संगीता ने की।
विधायक शिवप्रकाश रंजन ने अपनी स्कूल की यादें साझा करते हुए कहा, “यह विद्यालय केवल मेरी शिक्षा का केंद्र नहीं, बल्कि मेरे जीवन और व्यक्तित्व का आधार रहा है। मैंने यहां संघर्ष करना सीखा, जिसने मुझे छात्र संगठन आइसा का नेता बनने और आगे चलकर जनसेवा में आने की प्रेरणा दी।”
उन्होंने बताया कि उनकी प्राथमिक से माध्यमिक शिक्षा इसी विद्यालय से हुई है। छात्र जीवन के दौरान भी उन्होंने विद्यालय की बेहतरी के लिए संघर्ष किया था। उन्होंने विश्वास दिलाया कि अब विधायक के रूप में वे इस विद्यालय के विकास के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे।
कार्यक्रम के दौरान पूर्व छात्रों, जिनमें शिवशंकर राम, राजू राम, कमलेश, और छात्रावास के प्रधान सियाकानत बैठा शामिल थे, को भी सम्मानित किया गया। यह अवसर पुराने साथियों और शिक्षकों के बीच जुड़ाव का भावनात्मक पल साबित हुआ।
इस अवसर पर विधायक ने विद्यालय के सभी शिक्षकों, छात्रों और कर्मचारियों को धन्यवाद दिया और कहा, “विद्यालय में बेहतर शिक्षा और संसाधनों की आवश्यकता को पूरा करने के लिए मैं हमेशा प्रयासरत रहूंगा।”
विधायक की उपस्थिति ने छात्रों और शिक्षकों के बीच उत्साह का माहौल बना दिया। प्राचार्य कुमारी संगीता ने विधायक के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा, “यह विद्यालय के लिए गर्व की बात है कि हमारे पूर्व छात्र आज समाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।”
कार्यक्रम में राहुल कुमार, अजीत कुमार, जय प्रकाश प्रसाद, साकेत रंजन वर्मा, सर्विंद कुमार, अजय कुमार और श्वेता कुमारी जैसे गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद थे।
प्रेरणा का स्रोत बने शिवप्रकाश रंजन
सम्मान समारोह ने छात्रों को विधायक शिवप्रकाश रंजन के संघर्ष और सफलता से प्रेरणा लेने का अवसर दिया। कार्यक्रम का समापन विद्यालय की प्राचार्य के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।