आरा/भोजपुर। आज 25 फरवरी विधानसभा मार्च की तैयारी में शहर में भाकपा- माले द्वारा विभिन्न मोहल्लों में पैदल प्रचार जुलूस निकाला गया।
प्रचार जुलूस के जरिए मोहल्लों में नारा लगाते हुए लोगों से विधानसभा मार्च में शामिल होने की अपील की गई। व पैदल प्रचार श्री टोला ,जवाहर टोला, पूर्वी नवादा सहित कई अन्य महलों में भी भ्रमर करते हुए पूर्वी गुमटी पहुच एक सभा आयोजित की गई जहा संबोधित करते हुए भाकपा माले नगर सचिव दिलराज प्रीतम द्वारा कहा गया कि मोदी की सरकार सीएए, एनपीआर जैसे काला कानून लाकर देश में गरीबों पर भारी तबाही का मंजर थोप दिया है, आज पूरे देश में इस काले कानून के खिलाफ आंदोलन जारी है।
मोदी की सरकार एनपीआर के जरिए लोगों से नागरिकता छीनने की पूरी कोशिश कर रही है। एनपीआर के जरिए देश के करोड़ो गरीब जिनके पास अपना कोई आशियाना नहीं है। बहुत सारे गरीब जिनका अपना कुछ नहीं है। उनके सामने भारी संकट पैदा हो गया है। इस कानून के खिलाफ लड़ने वाले लोगों पर सरकार दमन कर रही है, यह सरकार संविधान व लोकतंत्र की हत्या करने पर तुली है, वहीं दूसरी तरफ बिहार में नीतीश कुमार कि सरकार एक तरफ लोकसभा में पार्टी के सांसद इस कानून को बनाने के पक्ष में मतदान करते हैं। वहीं दूसरी तरफ नीतीश कुमार बिहार में एनआरपी लागू नहीं करने की व्यान दे रहे हैं जो सरासर बिहार के जनता के साथ धोखा है। वही दूसरी तरफ नियोजित शिक्षकों की स्थायी नौकरी करने के बजाए नीतिश कुमार ने तुगलगी फरमान जारी उन्हें बर्खास्त करने की घोषणा की है, जो सरासर गलत है। उन तमाम शिक्षकों को के खिलाफ तुगलकी फरमान वापस लेने की माँग के साथ उन शिक्षकों को स्थाई नौकरी करने की मांग की है।
भाकपा माले आगामी 25 फरवरी को विधानसभा सत्र शुरू हो रहा है, इस दरमियान नीतीश कुमार से इस बिहार में कोई एनपीआर लागू ना हो इसके लिए विधानसभा में प्रस्ताव पारित कर इस कानून को सख्ती के साथ रोक लगाने की मांग की है।
इस मांग को लेकर भाकपा माले विधानसभा मार्च करने जा रही है इस मार्च में बिहार के लाखों लोग शामिल होंगे। तैयारी की मांग को लेकर आरा शहर से हजारों लोग मार्च में शामिल होंगे।
आज इस पैदल प्रचार में भाकपा माले जिला कमेटी सदस्य गोपाल प्रसाद, शोभा मंडल, नगर कमेटी व वार्ड पार्षद सत्यदेव कुमार, अभय कुशवाहा, रमीता देवी, देवानंद पासवान, संतविलास राम, प्रमोद रजक, शिवराज कुमार, रंगीला पासवान, प्रदीप कुमार सहित कई लोग शामिल थे!