आरा/भोजपुर। भाकपा माले के बैनर तले आज आरा अंचल कार्यालय परिसर में जोरदार प्रदर्शन किया गया ।यह प्रदर्शन आरा अंचल को बाढ क्षेत्र घोषित करने की मुख्य मांग सहित बाढ पीडितो के बीच राहत कार्य शुरू करने, प्लास्टिक, तंबू, खाने -पीने के समान व किसानो के फसल क्षतिपूर्ति सहित पशुचारे के सवाल पर किया गया।
अंचल मुख्यालय पर एक सभा का आयोजन हुआ ।सभा को संबोधित करते हुए भाकपा माले राज्य कमिटी द्वारा कहा गया कि नीतीश कुमार की सरकार बाढ पीड़ितो के बीच राहत कार्य चलाने मे विफल रही है ।भोजपुर प्रभारी मंत्री का रवैया आरा सदर प्रखंड के प्रति सौतेला है ।वे बडहरा, शाहपुर की बात करते है पर आरा, उदवंतनगर, बिहिया पर चुप्पी साध लेते है। आरा सदर विधायक और सांसद इस पर चुप्पी साधे हुए है यह निन्दनीय है ।माले नेता ने कहा कि जिला प्रशासन का रूख बाढ पीडितो के प्रति असंवेदनशील और लापरवाही का है । आरा प्रखंड मे तीन लाख से ज्यादा आबादी बाढ मे घिरी हुई है पशुचारे का घोर संकट है लाखो एकड जमीन मे लगी फसल बर्बाद हो गई है*
इसलिए बाढ क्षेत्र घोषित करने की लड़ाई लड कर हम सरकार को विवश करेंगे की आरा को वे बाढ क्षेत्र घोषित करे। बाढ से पीड़ितों की आक्रामकता को देखते हुए सभी पंचायतो के पीडितो की सूची अंचल कार्यालय से मांगा गया तो हजारो गरीबो की सूची अंचल कार्यालय को सुपुर्द कर दी गई। पर इसबीच आरा C.O अंचल कार्यालय से मौका देख फरार गए थे*
जबकी प्रदर्शन कारीयो से वादा किया गया था कि आप सूची दिजिये हम प्लास्टिक देंगे लेकिन घंटो इन्तजार के बाद भी प्लास्टिक नही मिला तो बाढ पीड़ित बाडा बाबु को घेर कर मांग किया गया कि आरा C.O को बुलाया जाय, जब आरा C.O नही आये तब प्रदर्शन कारी प्रखंड कार्यालय के गेट पर मुख्य सड़क को जाम किया गया घंटो जाम के बाद भी कोई पदाधिकारी नही आए तो रोड जाम वापस ले लिया गया व पुनः 5 अक्टूबर को C.O. आरा के घेराव का निर्णय लिया गया हैं।
*आज के प्रदर्शन मे सामिल प्रमुख लोगो मे क्यामुद्दीन अंसारी, जनार्दन गोन्ड, राम निवास बिन्द, हरे राम सिंह, कौलेश चौधरी, विनोद चौधरी , कपिल मुनि पंडित, कौशल्या देवी, देवकुअंर , पानो देवी सहित सैकड़ों की संख्या में महिला पुरुषों मौजूद थे।