नई दिल्ली, 16 फरवरी – भारत की राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालित करने वाली दिल्ली पुलिस आज अपना स्थापना दिवस मना रही है। यह दिन उस बलिदान, कर्तव्यनिष्ठा और निस्वार्थ सेवा को सम्मान देने का अवसर है, जो दिल्ली पुलिस के जवान हर दिन निभाते हैं।
इतिहास और स्थापना
दिल्ली पुलिस की स्थापना 16 फरवरी 1948 को स्वतंत्र इकाई के रूप में की गई थी। प्रारंभ में, इसमें केवल 8,000 पुलिसकर्मी थे, लेकिन समय के साथ, यह एक अत्याधुनिक और संगठित बल बन गया। वर्तमान में, दिल्ली पुलिस में 80,000 से अधिक कर्मी हैं, जो राजधानी की सुरक्षा और कानून व्यवस्था बनाए रखने में निरंतर कार्यरत हैं।
दिल्ली पुलिस की मुख्य जिम्मेदारियां
- आपराधिक गतिविधियों की रोकथाम और नियंत्रण
- कानून-व्यवस्था बनाए रखना
- महिला और बाल सुरक्षा के लिए विशेष अभियान
- साइबर अपराधों की जांच और रोकथाम
- आतंकवाद विरोधी अभियान और खुफिया तंत्र मजबूत करना
विशेष आयोजन और सम्मान समारोह
दिल्ली पुलिस स्थापना दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय पुलिस मेमोरियल में शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इसके अलावा, नई दिल्ली स्थित किंग्सवे कैंप में भव्य परेड का आयोजन हुआ, जिसमें पुलिस के विभिन्न विभागों ने अपनी ताकत और कौशल का प्रदर्शन किया।
इस मौके पर पुलिस के उन वीर जवानों को भी सम्मानित किया गया, जिन्होंने कर्तव्य पालन के दौरान असाधारण साहस दिखाया। दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने अपने संबोधन में कहा,
“दिल्ली पुलिस केवल कानून का पालन कराने वाला संगठन नहीं, बल्कि जनता की सेवा और सुरक्षा के लिए सदैव तत्पर रहने वाला प्रहरी है। हमारा आदर्श वाक्य ‘शांति सेवा न्याय’ हमें हर परिस्थिति में जनता के प्रति जवाबदेह बनाए रखता है।”
आधुनिक तकनीक और नई पहल
दिल्ली पुलिस अब अत्याधुनिक तकनीक से लैस है। हाल के वर्षों में,
✅ स्मार्ट पुलिसिंग के तहत सीसीटीवी और ड्रोन निगरानी प्रणाली को मजबूत किया गया।
✅ महिला सुरक्षा के लिए ‘हिम्मत ऐप’ और विशेष पेट्रोलिंग दस्तों का गठन किया गया।
✅ साइबर अपराधों पर लगाम लगाने के लिए एक विशेष डिजिटल इकाई बनाई गई है।
जनता से सहयोग और विश्वास
दिल्ली पुलिस आम जनता को भी सुरक्षा व्यवस्था में भागीदार बनाने के लिए सामुदायिक पुलिसिंग पर जोर दे रही है। ‘मित्र पुलिस’ अभियान के तहत नागरिकों को पुलिस के साथ जोड़कर अपराध नियंत्रण में उनकी भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है।
वीर जवानों को नमन
इस खास मौके पर हम उन शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं जिन्होंने कर्तव्य पालन में अपने प्राणों की आहुति दी। दिल्ली पुलिस की यह गौरवशाली परंपरा हमें यह सिखाती है कि सुरक्षा और सेवा की जिम्मेदारी न केवल वर्दीधारी पुलिसकर्मियों की, बल्कि समाज के हर नागरिक की भी है।
“शांति सेवा न्याय” – दिल्ली पुलिस का यह आदर्श वाक्य सदैव समाज की सेवा और सुरक्षा के प्रति उसकी निष्ठा को दर्शाता है।
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