भुज (गुजरात), DNTV – भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को गुजरात स्थित भुज वायुसेना स्टेशन का दौरा कर वहां तैनात वायुसेना के बहादुर जवानों से मुलाकात की। इस अवसर पर उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सराहना करते हुए स्पष्ट शब्दों में कहा कि यह अभियान अभी समाप्त नहीं हुआ है — “पिक्चर अभी बाकी है।”
रक्षा मंत्री ने पाकिस्तान की ओर से बार-बार किए जा रहे संघर्ष विराम उल्लंघनों पर चिंता जताई और कहा कि भारत अपनी सीमाओं की सुरक्षा को लेकर पूर्ण रूप से सजग है। उन्होंने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर कोई भी देश भारत की संप्रभुता को चुनौती देगा, तो उसे करारा जवाब मिलेगा।
राजनाथ सिंह ने इस दौरान अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से भी अपील की कि वह पाकिस्तान को दी जा रही आर्थिक सहायता पर पुनर्विचार करे। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान इस फंड का उपयोग आतंकवाद को बढ़ावा देने और भारत के खिलाफ षड्यंत्र करने में करता है।
भुज एयरफोर्स स्टेशन का यह दौरा सामरिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। गौरतलब है कि हाल ही में पाकिस्तान द्वारा भुज पर ड्रोन हमला किए जाने की घटनाएं सामने आई थीं। इसके अलावा 1971 के भारत-पाक युद्ध के दौरान भी इस स्टेशन ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
रक्षा मंत्री ने वायुसेना की ‘डी अटैक’ रणनीति की भी सराहना की और कहा कि भारतीय वायुसेना ने अत्यंत साहसिक और सटीक कार्रवाई के जरिए दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब दिया है। उन्होंने कहा, “भारत हमेशा शांति का पक्षधर रहा है, लेकिन यदि कोई देश उकसावे की कार्रवाई करता है तो हम भी चुप नहीं बैठेंगे।”
इस मौके पर राजनाथ सिंह ने एयरफोर्स के प्रमुख रडार स्टेशन का दौरा कर इंटीग्रेटेड एयर कमांड एंड कंट्रोल सिस्टम (IACCS) का अवलोकन भी किया। यह प्रणाली भारतीय वायुसेना की तकनीकी रीढ़ मानी जाती है, जो युद्धक परिस्थितियों में अत्यधिक सटीकता और त्वरित निर्णय क्षमता प्रदान करती है।
रक्षा मंत्री के इस दौरे से स्पष्ट है कि भारत न केवल सैन्य दृष्टि से पूरी तरह तैयार है, बल्कि हर चुनौती का सामना आत्मविश्वास के साथ करने को तैयार है।