आरा/भोजपुर। अखिल भारतीय खेत मजदूर सभा (खेग्रामस)के राष्ट्रव्यापी आह्वान के तहत मानव श्रृंखला लगाई गई। इस मानव श्रृंखला में सैकड़ों की संख्या में खेत मजदूर शामिल भो हुए।
इस दौरान खेत मजदूरों ने मानव श्रृंखला के दौरान जमकर नारेबाजी की साथ ही साथ खेग्रामस ने प्रवासी मजदूरों ग्रामीण मजदूरों को काम और खाते में ₹10000 लाँकडाउन भत्ता देने, सभी गरीबों को राशन कार्ड व अनाज की गारंटी करने, मनरेगा में 200 दिन काम और ₹500 दैनिक मजदूरी देने, मनरेगा को कृषि कार्यों से जुड़कर सालों भर काम की गारंटी करने जीविका व सहायता समूह और माइक्रोफाइनेंस से जुड़ी महिलाओं का कर्ज माफ करने, बाढ़ प्रभावितों को ₹25000 सहायता राशि देने की गारंटी करने,प्रवासी मजदूरों को राशन रोजगार क्यों नहीं पीएम सीएम जवाब दो,सभी दलित गरीब छात्रों को करोना काल में पढ़ाई के लिए स्मार्टफोन देने की गारंटी करने, तमाम कर्ज वसूली पर एक 31 मार्च 2021 तक रोक लगाने,नया रोजगार खड़ा करने के लिए ब्याज मुक्त कर्ज देने आदि मांगों को लेकर जमकर नारेबाजी की गई,मानव श्रृंखला के बाद प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन जिलाधिकारी के द्वारा दिया गया।
इस दौरान अखिल भारतीय खेत एवं ग्रामीण मजदूर सभा के नेताओं ने कहा कि महामारी और लंबी अवधि के चलते गांव के दलित गरीब और मजदूरों की स्थिति बहुत ही दयनीय है माइक्रोफाइनेंस कंपनियों द्वारा कर्ज आज ग्रामीण महिलाओं एवं स्वयं सहायता समूह के लिए गले का फंदा बन गई है लाँकडाउन कारण वे कर्ज दे पाने की स्थिति में नहीं है, लेकिन कंपनियां कर्ज वसूली का लगातार दबाव बना रही हैं भूख भूख और बेकारी हर जगह से पसरी हुई है नगदी का भारी संकट है क्योंकि पांच छह महीनों से काम धंधा बंद है बाहर से हर परिवार में मासिक जो आमदनी होती थी वह सारे रास्ते बंद हो गए हैं भुखमरी की स्थिति है! प्रधानमंत्री के द्वारा जो रोजगार देने की घोषणा हुई उसका अता पता आज तक नहीं और दाल रास्ते में ही गई गरीबों के बच्चों की पढ़ाई पिछले 5 माह से बंद है बिजली के करंट अलग से लग रहा है,आमदनी कुछ है नहीं तो महिलाएं ग्रुप लोन की किस्त आएगी अभी गांव में परिवारों के पास अभी भी राशन कार्ड नहीं है, और जिनके पास नया राशन कार्ड बना है उनके सभी सदस्यों का नाम राशन कार्ड में नहीं है आगे ग्रामीणों ने कहा कि इसी परेशानी और तंगहाली के बीच बाढ़ ने पूरे उत्तर बिहार को तबाह कर दिया है ।
हजारों परिवार महिलाएँ महीनों से परिवार और माल मनुष्यों के साथ सड़कों पर शरण लिए हुए हैं लोगों को कई दिनों तक भूखे भूखे रहना पड़ रहा है ना और पॉलिथीन की व्यवस्था भी सरकार नहीं कर पा रही है इसलिए इन तमाम सवालों को लेकर मानव श्रृंखला के जरिये सरकार माँग करते है इन सवालों को हल की नहीं तो आने चुनाव में नीतीश-मोदी की सरकार को जनता उखाड़ फेकनें का काम करेगी! इस कार्यक्रम में कामता प्रसाद सिंह जिला सचिव,जीतन चौधरी जिलाध्यक्ष,मदन सिंह छपित राम,दसई राम,दिनेश्वर राम,श्री भगवान राम,बीरबल यादव,चंदेश्वर राम,मुकेश पासवान,आरा नगर सचिव दिलराज प्रीतम,इंदू देवी,नंद जी रामानुज जी,विजय जी,ललन यादव,आदि कई नेता सहित सैकड़ों लोग इस कार्यक्रम में शामिल थे।