पूर्व सांसद देश के महान सामाजवादी विचारक, डॉ० राम मनोहर लोहिया के अनुयायी और महामानव पूर्व सांसद एवं पूर्व विधायक श्री राम अवधेश सिंह यादव का इस दुनिया से अचानक चले जाना हमें गहरी दुःख पहुंचा. श्री सिंह का गम्भीर बीमारी की वजह से कल पटना में निधन हो गया।
भोजपुर जिला के पिपरा, दुलारपुर निवासी श्री सिंह का जन्म 18 जून 1937 को हुआ था। वे वर्ष-1969 से 1971 तक बिहार विधानसभा के सदस्य, वर्ष- 1977 से 1979 तक छठी लोकसभा में बिक्रमगंज लोकसभा क्षेत्र के सांसद व वर्ष- 1986 से 1992 तक राज्यसभा सांसद के पद को सुशोभित किया।
गृह रक्षकों (Home Guard) के अधिकारों एवं उनके जीवन को बेहतर बनाने के लिए उन्होंने काफी लंबी लड़ाई लड़ी। उन्हें Periar of North भी कहा गया। उन्होंने 1. क्रान्ति की छटपटाती रूह, 2. क्रान्ति की तीन दिशाएँ, 3. इंदिरा बनाम समाजवाद, 4. दाम बाँधो या गद्दी छोड़ो आदी कई अन्य कालजयी पुस्तकों की रचना की।
हम सभी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता उनको हमेशा ही याद करेंगे. ऐसे व्यक्ति को पूरा भारत कभी भूल नहीं सकता.हम सभी इनकी याद में ऐसे महान आत्मा के चरणों में पुष्प अर्पित करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं श्री यादव इतने महान होते हुए भी हमेसा ही सदा जीवन ऊंच विचार में रहते थे।
शोक सभा में उपस्थित लोगों ने उनके बताये गए रास्ते पर चलने पर वचनवद्ध हुए.. सभा में निम्नलिखित लोग शामिल हुए. पार्टी के प्रखंड अध्यक्ष श्री भगवान सिंह, युवा प्रखंड अध्यक्ष दीपक कुमार, सुरेंद्र लहराबादी, राजेंद्र सिंह, बिहारी यादव, लालबाबू कुशवाहा, अजित कुशवाहा, विश्वनाथ ओझा, पिंटू नट, हॉकर सुभाष सहित दर्जनों सामाजिक और राजनितिक लोग शामिल रहे।