भोजपुर/बिहार। आपको बता दें कि पिछले दिनों 16 सितंबर को जन अधिकार पार्टी द्वारा आयोजित बड़हरा विधानसभा क्षेत्र के बभनगावां खेल मैदान में जाप सुप्रीमो पप्पू यादव के मिलन समारोह के दौरान उमड़ी भीड़ के बाद जिला प्रशासन द्वारा दर्ज कराए गए लॉकडाउन उल्लंघन का मामला अब तूल पकड़ने लगा है।
जन अधिकार छात्र परिषद के कार्यकर्ताओं ने पप्पू यादव पर हुए केस के विरोध में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला फूंका, पुतला दहन कार्यक्रम की अध्यक्षता जाप छात्र परिषद के जिला अध्यक्ष रितेश कुमार तथा संचालन विश्वविद्यालय अध्यक्ष सुजीत कुशवाहा ने किया।
पुतला दहन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जाप छात्र परिषद के जिला अध्यक्ष रितेश कुमार ने कहा कि सरकार और जिला प्रशासन पक्षपात कर रही है और हमारे नेता आदरणीय पप्पू यादव और बड़हरा विधानसभा क्षेत्र के भावी उम्मीदवार रघुपति यादव के बढ़ती लोकप्रियता से घबराकर मुकदमा करवा रही है ,जो कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पुतला दहन करने के बावजूद भी अगर प्रशासन केस वापस नहीं लेती है तो जिला में बड़ा उग्र आंदोलन किया जाएगा, सवाल यह उठता है कि सत्ता पक्ष के नेता जब किसी कार्यक्रम का आयोजन करते हैं तो उनपर लॉकडाउन उलंघन का मामला क्यों नहीं दर्ज होता है?
जन अधिकार पार्टी के युवा प्रदेश सचिव अविनाश कुमार उर्फ लड्डू यादव ने कहा की सरकार और जिला प्रशासन मिलकर गरीबों के मसीहा पप्पू यादव समेत सात नेताओं पर लॉकडाउन उल्लंघन का मामला दर्ज किया है जो घोर निंदनीय है।
जन अधिकार छात्र परिषद के प्रदेश महासचिव पप्पू यादव ने कहा कि जब लॉकडाउन मे गरीब जनता तड़प रही है उस समय भी जाप सुप्रीमो गरीबों के बीच जाकर खाना, पैसा बांट रहे थे उस समय भी पप्पू यादव पर लॉकडाउन उल्लंघन का मुकदमा दर्ज हुआ था और फिर मामला दर्ज हुआ है, साफ तौर पर यह सरकार नहीं चाहती है कि कोई जनप्रतिनिधि गरीबों की सेवा कर सके।
वह विश्वविद्यालय अध्यक्ष सुजीत कुशवाहा ने कहा कि ऐसे ऐसे केस से जन अधिकार पार्टी के नेता डरने वाले नहीं हैं ,हम लोग लगतार जनता के बीच बने रहने का काम करते रहेंगे।
पुतला दहन कार्यक्रम प्रदेश सचिव आशुतोष सिंह, पुतुल यादव, नितेश कुमार, सुमित कुमार,कमल कुमार, सौरभ पटेल, पप्पू यादव, मोहम्मद साजिद, रजनीश यादव, सहित दर्जनों लोग उपस्थित थे।