दलित-गरीबों को सुरक्षा देने की बजाए सामंतों के पक्ष में क्यों खड़ी है सरकार-माले|
आरा/भोजपुर। आज भाकपा-माले के राज्यव्यापी आह्वान पर माले जिला कार्यालय गोला मुहल्ला में कहा गया कि बिहार में दलित-गरीबों पर लगातार बढ़ते हमले, हत्या व सरकारी जमीन से उनकी बेदखली के खिलाफ विरोध दिवस मनाया गया।
जहाँ माले जिला सचिव जवाहरलाल सिंह ने कहा कि आज न केवल मधुबनी बल्कि गोपालगंज, मुजफ्फरपुर से लेकर चंपारण तक दलित-गरीबों के खिलाफ सामंती-अपराधियों का तांडव लगातार जारी है, ऐसा लगता है बिहार में सरकार नाम की कोई चीज रह ही नहीं रह गई है बल्कि आज बिहार पूरी तरह सामंती-अपराधियों के ही चंगुल में है. नीतीश सरकार के तथाकथित सुशासन का दावा पूरी तरह से बेनकाब हो गया है। ये सामंती-अपराधी बिहार को एक बार फिर से पुराने दिनों में ले जाने पर आतुर हैं।
इस दौरान भाकपा माले केन्द्रीय कमेटी सदस्य राजू यादव ने कहा कि मधुबनी की घटना ललन पासवान की हत्या के पीछे कुछ और नहीं बल्कि सामंती-अपराधी अरूण झा द्वारा गरीबों को सरकारी जमीन से बेदखल करने की नीयत से किया गया है।
इस तरह की घटनाओं को प्रशासन का संरक्षण हासिल है. सुंदरपुर भिठ्ठी का मामला प्रशासन के संज्ञान में था फिर भी इस तरह की घटना घटी! आगे उन्होंने सरकार से माँग किया गया कि ललन पासवान के हत्यारों को अविलंब गिरफ्तार किया जाए घायलो को उचिल मुआवजा दिया जाए।
धरना में भाकपा-केंद्रीय सदस्य व जिला जवाहर लाल सिंह,केन्द्रीय कमेटी सदस्य राजू यादव,नगर सचिव दिलराज प्रीतम,आइसा राज्य सजिव शब्बीर कुमार,अभय कुशवाहा, अमित कुमार बंटी,रमीता देवी,बब्लू गुप्ता,नंदकिशोर कुमार,सुनील राम,पप्पू कुमार,दानिश,विकास,रौशन,ललन राम,शिवशंकर राम सहित कई अन्य शामिल थे!