11 जून को माले का जिलाव्यापी प्रदर्शन।
आरा/भोजपुर। भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा है कि बिहार में दलित-गरीबों पर सामंती-अपराधियों के हमले अनवरत जारी हैं और ऐसा प्रतीत होता है कि बिहार में सरकार नाम की कोई चीज नहीं रह गई है. हाल के दिनों में रूपनचक जनसंहार से लेकर मधुबनी, मुजफ्फरपुर के बरूआरी, पश्चित चंपारण के विभिन्न गांवों में सामंती-अपराधियों की दबंगई को हम सबने देखा, जिसमें जनसंहार से लेकर दलितों की बर्बर पिटाई की गई।
अपराध की घटनाओं में भी तेजी से वृद्धि हो रही है. भाजपा-जदयू सरकार इन घटनाओं को नियंत्रित क्या करेगी, वह तो खुद अपराधियों को संरक्षण देने का काम रही है. बिहार की जनता इस सरकार को आने वाले दिनों में जरूर सबक सिखाएगी।
सबसे हालिया प्रकरण में भोजपुर के उदवंतनगर थाना के सेवगार में सामंती-दबंगों द्वारा गोली मारकर कए महिला देववंती देवी , पति – कृष्णा पासवान, उम्र – 40 वर्ष, की हत्या विगत 9 जून को कर दी गई. भाकपा-माले की उच्चस्तरीय जांच टीम ने घटना का जायजा लिया. इस टी में भाकपा-माले विधायक सुदामा प्रसाद के अलावा केंद्रीय कमिटी के सदस्य राजू यादव, आरा नगर सचिव दिलराज प्रीतम, अजय गांधी, रामानुज कुमार, शिवमंगल यादव आदि शामिल थे।
जांच टीम के हवाले से विधायक सुदामा प्रसाद ने बताया कि यह मामला सामंती दबंगई का चारित्रिक उदाहरण है. राजपूत जाति से आने वाले दबंगों ने सेवगार के दलित टोले के रास्ते को जटई के कांटे से 8 जून की रात में घेर दिया था. लेकिन रात में ही उन कांटों को हटा दिया गया। इसी से आगबबूला होकर दबंगों ने दलित-गरीबों पर हमला कर दिया. हमले में मीना देवी, पति-बाबूलाल पासवान, उम्र – 40 वर्ष; प्रेभभूषण पासवान, पिता -बाबूलाल पासभावन और जमुना पासवान, पिता – स्व. बिहारी पासवान को बुरी तरह से पीटकर घायल कर दिया गया. मारपीट की घटना को दबंगों ने बीच रास्ते में अंजाम दिया. इस बीच, मुहल्ले में आकर अपराधियों ने देववंती देवी (40 वर्ष) को पीछे से गोली मार दी, जिसके कारण घटना स्थल पर ही उनकी मौत हो गई. उनके परिवार में चार छोटे-छोटे बच्चे हैं।
इस मामले में सूरज सिंह, पिता-मिथलेश सिंह सहित कई लोगों पर मुकदमा दायर हुआ है. 4 अपराधियों की गिरफ्तारी हुई भी है, लेकिन मुख्य अभियुक्त सूरज सिंह अभी तक गिरफ्तार नहीं हो सका है।
माले विधायक ने कहा कि इसके पहले भोजपुर में सारा मुसहरी में मुसहर समुदाय के लोगों पर भी इसी किस्म के बर्बर हमले किए गए. चरपोखरी में रेप की घटना को अंजाम दिया गया. आरा शहर के गौसगंज मुहल्ले में एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई. लेकिन प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठे है.
उन्होंने कहा कि सेवगार हत्याकांड के मुख्य अभियुक्त सूरज सिंह की गिरफ्तारी और मृतक परिजन को 20 लाख मुआवजे व घायलों के समुचित इलाज की मांग पर 11 जून को पूरे भोजपुर में प्रतिवाद आयोजित किया जाएगा।