आरा/भोजपुर। आज लद्दाख के गलवन घाटी में गत रात हिंसक झड़प में सैन्य अधिकारी समेत कई जवानों की शहादत को लेकर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने आरा के स्थानीय महादेवा रोड में एक शोक सभा का आयोजन किया गया व नेताओं ने दो मिनट का मौन रखकर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी गई।
विदित हो कि लद्दाख की गलवान घाटी में सोमवार रात चीनी सैनिकों के साथ हिंसक टकराव में सेना के सीओ रैंक के एक अधिकारी समेत 20 जवान शहीद होने कि खबर है। देर रात सेना से 20 जवानों के शहीद होने की पुष्टि की। जबकि सीमा पर हुए खूनी संघर्ष में चीन के 43 सैनिक हताहत हुए हैं। इनमें मृतक और गंभीर रूप से घायल चीनी सैनिक शामिल हैं।
सेना के शहादत पर शोक संवेदना व्यक्त करते हुए भाजपा नेता राज्य परिषद सदस्य राजेन्द्र तिवारी ने कहा कि वीर जवानों की शहादत कभी भी बेकार जाने वाली नहीं है। चीन के चाल चौकड़ी पर उन्होंने कहा कि अब भारत 1962 के काल खंड का भारत नहीं है। अगर सीमा के अंदर चीन प्रवेश करने का हिमाकत करता है, तो भारत के सैनिक चूकने वाले नहीं है, मुंहतोड़ जवाब दिए जाएंगे।
वहीं श्री तिवारी ने भोजपुर समेत पूरे भारत के अंदर हुए शहीद जवानों के शहादत पर संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र भाई मोदी के नेतृत्व में भारत पीछे हटने वाला नहीं है। सभी शोक संतृप्त परिवारों के प्रति हम संवेदना व्यक्त करते है। चीन के हैकड़ी को भारत बर्दाश्त करने वाला नहीं है।
भाजयुमो भोजपुर के पूर्व जिलाध्यक्ष सह भाजपा नेता डॉ अमरेन्द्र शक्रवार तथा भाजपा के पूर्व जिला उपाध्यक्ष उदय प्रताप सिंह ने भारत – चीन सीमा पर हुई घटने पर चिंता व्यक्त करते हुए भारतीय सेना के शायद पर शोक व्यक्त करते हुए नेताओं ने कहा कि भारतीय सेना के जवान कि कुर्बानी कभी बेकार नहीं जाएगी। चीन का अनर्गल प्रलाप व कोरोना संक्रमण से ध्यान खींचने की कुत्सित प्रयास को पूरा विश्व समझता है। नेताओं ने कहा कि शोक की घड़ी में पूरा भारत प्रधानमंत्री के साथ है। परिस्थिति व समय के साथ भारत निपटने में सक्षम है।
शोक व्यक्त करने वालों में जिला परिषद के पूर्व चेयरमैन सह भाजपा के वरिष्ठ नेता हकीम प्रसाद, भाजपा भोजपुर के पूर्व जिला महामंत्री राज्य परिषद सदस्य श्री राजेंद्र तिवारी, भाजपा भोजपुर के पूर्व उपाध्यक्ष उदय प्रताप सिंह, डॉ रमेश करण, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ अमरेन्द्र शक्रवार, राजीव कुमार विपुल गोस्वामी, हिमांशु प्रताप सिंह, सुमित कुमार सिंह, सूरज प्रजापति, धन्नजय कुमार ,संतोष राम, महेश कुमार, श्याम कुमार समेत कई नेता उपस्थित रहे।