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जन अधिकार पार्टी (JAP)

Covid-19 } लोकतन्त्र के चौथे स्तम्भ का ध्यान कई बिंदुयो पर आकर्षित कराते हुए भाई दिनेश ने अखबार और न्यूज़ चैनलों पर सवाल खड़ा किया है । पढ़े पूरी खबर।

 (पत्रकार गौतम कुमार)
आरा/भोजपुर।  राष्ट्रीय महासचिव सह संगठन प्रभारी बिहार जन अधिकार पार्टी भाई दिनेश की कलम से :- लोकतन्त्र के चौथे स्तम्भ मीडिया बन्धु आप सरकार – प्रशासन को आईना दिखाने वाले  समाज के सजग , स्वतन्त्र और निर्भीक प्रहरी है।
पुलिस पब्लिक को बाजार आने के कारण पूछे बगैर लाठी से मार रही है, गाली दे रहा हैं इस अमानवीय ब्यव्हार् को आपको दिखाना चाहिए, अपने अखबार मे जगह देना चाहिए लेकिन आपके द्वरा केवल पब्लिक को ही गलती ठहराया जा रहा  है आखिर क्यों? 
 6 मई को जगदीशपुर नायका टोला मोड पर पुलिस एक ब्यक्ति को मार रही है आपका कलम  इनके लिए बन्द क्यो हो गया? 
जगदीशपुर मे एक डाक्टर दो अस्पताल का प्रभारी बने हुए है कही अच्छा से काम नही कर रहे है, अनुमंडलीय अस्पताल मे मरीज को देखने के लिए रात को डाक्टर, नर्स गायब रहते है  वो खबर आपके लिए  क्यो महत्वपूर्ण नही है? 
      पिरो का  रहने वाला युवा ब्यवसाइ मोपति  बाजार से अपना दुकान 11 बजे बन्द कर घर आ रहा था पिरो लोहिया चौक पर bdo, co, थाना उसे रोक कर लाठी से मारे जब की वो अपना चाबी दिखा रहा है और बोल रहा है की मै दुकान दार हु दुकान बन्द कर घर जा रहा हु इस खबर को आप नही लिख  पाए क्यो ? क्या पदाधिकारी से डर है समाज के प्रति कोई जबाबदेही नही है आपका? 
         पिरो अनुमंडलीय अस्पताल मे पचमा के एक गरीब ब्यक्ति का समुचित ईलाज के अभाव मे मृत्यु हो जाता है, अस्पताल प्रबन्धक द्वरा शव को ले जाने के लिए एंबुलेंश नही दिये क्या यह अनुमंडल प्रशासन का जबाबदेही नही है इसके लिए अखबार मे जगह नही है l
  आरा, संदेश, अगियाव, गड़हनि, बिहिया, शाहपुर, कोइलवर, बडहारा, सहार, तरारी  मे पुलिस, पदाधिकारी  चलते लोगों पर लाठी बरसा रही है उसे आप कह रहे है की लॉक डाउन को पालन नही करने वाले पर पुलिस चटकाई लाठियां लगता है की बहुत बहादुरी का काम किया है पुलिस और पदाधिकारी इस खबर को प्रिंट मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया बहुत  उत्साह से दिखा रहा है क्या कोरोना प्रोटोकॉल मे पुलिस , पदाधिकारी को पब्लिक को मारने का अधिकार है यह बात क्यो नही लिख रहे है? 
 आपके द्वरा एक दिन नही लिखा गया की जिला प्रशासन के घोर लापरवाही के कारण सदर अस्पताल मे पीने का पानी नही है, शौचालय की ब्यवस्था सही नही है, एक माह के बाद भी बेड, आक्सीजन, दवा का सही ब्यवस्था नही हुआ, प्रखण्ड, अनुमंडल स्तर पर कोरोना कंट्रोल रूम नही खोला गया, 40 दिनों से बन्द निजी किलिनिक नही खुला, निजी नर्सिंग होम मनमाने पैसा ले रहे है, एंबुलेंश दस गुना भाड़ा ले रहे है, दवा दुकान दोगुना दवा का दाम ले रहे है, सदर अस्पताल मे भेंडेलेटर चालू नही हो रहा है, किसानों का गेहूँ खरीदारी नही हो रहा, ब्यपारि मनमानी तरीके से दाम बढ़ा कर समान बेच रहे है, मरीज को एंबुलेंश नही ब्यवस्था हो रहा है, फर्जी कोरोना रिपोर्ट बना कर मरीज को मरने के लिए छोड़ कर  घर भागे डाक्टर पर कठोर कारवाई क्यो नही हुआ? 
 हसन बाजार थाना ने भोजपुर के प्रतिष्ठित ब्यक्ति, दो तीन बार  विधान सभा का चुनाव लड़े, मुखिया रहे जन अधिकार पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष श्री काशीनाथ यादव पर हसन बाजार थाना ने पुलिस को पीटने, गला दबाने, जान मारने के नीयत से रड से मारने का झूठा केश दर्ज कर उनके घर को उग्रवादी के तरह घेर कर गिरफ्तार किया गया, जिस वायरल वीडियो का हवाला देकर पुलिस मुख्यालय ले ने संज्ञान लिया  उस पर सवाल किया गया की वायरल वीडियो मे श्री काशीनाथ सिह पुलिस- पब्लिक मे हो रहे झगड़े को शांत करा रहे दिख रहे फिर उन्हें क्यो गिरफ्तार किया गया? उनपर झूठा मुकादमा क्यो किया गया? क्या बात आप नही लिख सकते थे ?