तीस कामगारों को पटना से राजस्थान किया गया प्रस्थान
सनोवर खान ब्यूरो रिपोर्ट पटना
पटना : कोरोना वायरस को लेकर पूरे देश मे लाकडाउन्न है।वहीँ बिहार में दूसरे कई प्रदेशों से में मेहनतकस कामगरों ने अपनी रोजी रोटी के लिए रह रहे थे।लेकिन लाकडाउन्न को लेकर काम बंद , बाजार बंद होने के कारण भूखे मरने की नौबत आ गई है।
आपको बतां दें कि राजधानी पटना में भी बाहर से आए विभिन्न प्रदेशों के श्रमिक काम कर अपनी रोजी रोटी की जुगार कर अपना और अपने परिवार का जीवन यापन कर रहे थे। इसी क्रम आज राजस्थान के रहने वाले ,पटना के करबिगहिया स्थित बाजारों में और घूम घूमकर फेरी कर मोजा गंजी बेचने वाले करीब 30 लोगों को उनके परिवार के साथ राजस्थान उनके गाँव भेजा गया।
इन सभी 30 कामगारों को जदयू के प्रदेश सचिव सह कैट के चैयरमैन कमल नोपानी जी और जिला प्रशासन डीएम के सहयोग से बस द्वारा पटना जंक्शन से भेजा गया। पूरे बस को सेनेटाइज कर सभी को मास्क देकर उन्हें उनकी परिवारों के साथ भेजा गया।दूसरी ओर ब्रह्ममलिन दादागुरु बलराम जी के पौत्र सौरभ सिंह ने कहा है।
कि यह एक नई पहल है इसको लेकर श्री नोपनी जी को धन्यबाद देता हूं और शुक्रगुजार हु की श्री नोपानी जी ने इस लॉकडौन मे परिवारों को एक दूसरे के बीच बच्चो को मिलवाने का कार्य किया है मजदूरों के बीच खुशी की लहर फैल गई है। मजदूर लोगो के द्वारा श्री कमल नोपानी जी को मसीहा माना जा रहा है।