नया कृषि कानून,बढ़ती महंगाई व बेरोजगारी के खिलाफ 27 सितंबर को होने वाले अखिल भारतीय भारत बंद की तैयारी को लेकर भाकपा-माले नगर कमेटी की बैठक भाकपा-माले जिला कार्यालय में संपन्न हुई!
नगर कमेटी की बैठक में भारत बंद की तैयारी पर व्यापक बातचीत हुई भारत बंद की तैयारी के क्रम में शहर के विभिन्न मोहल्लों में जनसंपर्क करने एवं 25-26 सितंबर को आरा शहर में माइक प्रचार एवं नुक्कड़ सभा आयोजित की जाएगी!
26 सितंबर को मशाल जुलूस निकाला जाएगा!बैठक को संबोधित करते हुए भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार देश में नया कृषि कानून लाकर खेत-खेती को कारपोरेट घरानों के हवाले कर देश को गुलाम बनाना चाह रही है देश के किसान पिछले 9 माह से आंदोलन कर रहे हैं लेकिन यह सरकार किसानों की आवाज को अनसुना कर आंदोलन कर रहे किसानों पर बर्बर तरीके से दमन कर रही है!
उन्होंने आगे कहा कि एक तरफ देश करोना का दंश झेल रहा है वहीं दूसरी तरफ मोदी की सरकार देश में बेतहाशा महंगाई बढ़ा दी है पेट्रोल-डीजल,रसोई गैस-खाद्य पदार्थों के कीमतों में लगातार बेतहाशा बढ़ोतरी हो रही है इससे आम जनता के सामने जीवन संकट में पड़ गया है,मोदी सरकार में इस करोना काल में लोगों का रोजगार छीन लिया है इस देश में करोड़ों की संख्या में बेरोजगार हो गए हैं उनकी आय शक्ति कमजोर हो गई है वैसी स्थिति में सरकार महंगाई थोप दी है लोगों को रोजगार नहीं मिल रहा है सारा व्यवसाय ठप पड़ा है देश की अर्थव्यवस्था चरमरा गई है और दूसरी तरफ देश के कारपोरेट घरानों की संपत्ति लगातार बढ़ रही है!
आगे माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा कि मोदी सरकार हमारे देश के तमाम सरकारी संपत्ति को बेच रही है ऐसी स्थिति में जनता के सामने संघर्ष के सिवा कोई उपाय नहीं है,इसलिए ऐसी तानाशाह मोदी सरकार के खिलाफ बड़े आंदोलन की आवश्यकता है इसलिए 27 सितंबर को होने वाले भारत बंद में आम जनता को बंद में शामिल होकर इस सरकार के खिलाफ खड़े होने की जरूरत है बैठक की अध्यक्षता भाकपा-माले आरा नगर सचिव दिलराज प्रीतम ने किया! बैठक में भाकपा-माले केंद्रीय कमेटी सदस्य राजू यादव राज्य कमेटी सदस्य क्यामुद्दीन अंसारी,राजनाथ राम,गोपाल प्रसाद,शिवप्रकाश रंजन, बालमुकुंद चौधरी,अजय कुमार गांधी,राजेंद्र यादव,अमित कुमार बंटी सहित कई लोग उपस्थित थे!