30 जून को राज्यव्यापी धिक्कार दिवस के रूप आरा के वीर कुंवर सिंह विश्विद्यालय परिसर में मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री का पुतला दहन किया गया।*
*नीतीश सरकार अपने वायदे के अनुसार एसटीईटी-2019 उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को बिना देरी किये नियुक्ति पत्र जारी करें*
*नियोजन इकाईयों को भंग कर,केंद्रीयकृत तरीके से हो शिक्षक बहाली*
आरा/भोजपुर। आइसा के राज्य सचिव सबीर कुमार सभा को संबोधित करते हुए कहा कि अपनी नियुक्ति की मांग को लेकर लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन कर रहें शिक्षक अभ्यर्थियों पर बर्बर लाठीचार्ज और पुलिस दमन की कठोर निंदा करते है.ये पूरी तरह से नीतीश कुमार की तानाशाही रवैया है.इस कारवाई ने बेरोजगार नौजवानों के प्रति भाजपा-जदयू के घृणित चेहरे को उजागर कर दिया है.इसके खिलाफ आज पूरे बिहार में नीतीश कुमार और शिक्षा मंत्री का पुतला फूंक कर धिक्कार दिवस के रूप मनाया गया।.
हम सरकार से मांग करते है कि शिक्षक अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई हो बिहार में प्राथमिक से लेकर माध्यमिक, उच्च माध्यमिक विद्यालयों में 4 लाख से ज्यादा पद रिक्त है.
सरकार को इन रिक्त पदों को इस नियुक्ति में शामिल कर सबको रोजगार देने में क्या दिक्कत हो रही है.उउन्होंने कहा कि अगर नीतीश कुमार समझ रहे है कि इस बहाली को भी अभ्यर्थियों को आपस में लड़ाकर टाल देंगे तो इस गफ़लत में ना रहे.बिहार का बेरोजगार नौजवान अपने अधिकार के लिए आरपार की मूड में है. इसलिए सरकार अविलम्ब तमाम नियोजन इकाईयों को भंग कर केंद्रीयकृत बहाली करें .अपने वायदे के अनुसार सभी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र जारी करें.अगर सरकार अपने वायदे से पीछे हटती है तो बड़े आंदोलनों को झेलने के लिए तैयार रहें।
पुतला दहन के दौरान आइसा के जिलासहसचिव,शुशील यादव उपाध्यक्ष,कमलेश यादव इनौस के जिला सहसंयोजक, निरंजन केसरी,जगदीशपुर प्रखंड,अध्यक्ष सहनावाज खान ,रंजन कुमार,मीकू कुमार,रिसू कुमार ,कादिर अंसारी,अनूप कुमार,मिर्तुंजय कुमार,अखिलेश गुप्ता,हरिनारायण,समेत दर्जनों लोग मौजूद थे।