(जगदानंद सिंह की कलम से:-
राष्ट्रीय जनता दल के सभी सम्मानित साथियों ,
आपदा से निराकरण या निकल पाने के लिए हीं समाज द्वारा संस्थाओं का निर्माण किया जाता है। सरकार समाज द्वारा निर्मित सर्वोच्च संस्था होती है जिसकी जिम्मेवारी होती है कि किसी भी प्रकार की आपदा की स्थिति हो या किसी तरह की रोग-व्याधि को लेकर जनजीवन विपत्ति में पड़े वहाँ सरकार अपनी पुरी ताकत से खड़ी होकर सम्भावित बचाव करे।
मगर ऐसे समय में सरकार स्वयं समस्या पैदा करने लगे तब जनता को मुखर होना पड़ता है। कोरोना की व्याधि से दुनिया पीड़ित है। भारत भी इसके व्यापक चपेट में आ चुका है। 2020 में आये पहली लहर से सबक लेकर दूसरे देशों द्वारा कोरोना से बचाव और सुरक्षा के लिए व्यापक प्रबंध किये गए जिससे अन्य देशों में स्थिति काफी नियंत्रित हो चुकी है। पर अपने यहाँ की सरकार द्वारा आत्मप्रशंसा के अलावा कोई सार्थक प्रयास हीं नहीं किया गया बल्कि सरकार द्वारा इस महामारी के संबंध में गलतफहमी हीं पैदा की गई। बिहार की स्थिति तो और भी दयनीय हो चुकी है। कोरोना के पिछले लहर से बिहार की सरकार ने कोई सबक नहीं लिया। सरकार के निकम्मेपन के साथ हीं सनकी और अदूरदर्शी फैसलों की वजह से बिहार आज सुल्तानी आपदा का शिकार बन चुका है। पुरे प्रदेश में त्राहिमाम की स्थिति बनी हुई है। केन्द्र सरकार पहले हीं हाँथ खडी कर चुकी है।
बिहार के अनुकम्पाइ मुख्यमंत्री को इतना भी साहस नहीं है कि वे अपने हिस्से का ऑक्सीजन गैस, वेन्टीलेटर, जीवन रक्षक दवाइयां और वैक्सीन की मांग कर सकें। केन्द्र और राज्य की सरकार ने बिहार को भगवान भरोसे हीं छोड़ दिया है। हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री लालू प्रसाद जी और नेता प्रतिपक्ष श्री तेजस्वी प्रसाद यादव जी सहित हमारा पुरा राजद परिवार स्थिति को देखकर काफी व्यथित और चिंतित हैं।
हम अपने लोगों को तड़पते और बिलखते हुए नहीं छोड़ सकते। हमने अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष से विमर्श कर सरकार को हर तरह से सहयोग देने की पेशकश भी कर चुके हैं। पिछले बार भी हमारे दल के विधायकों द्वारा आर्थिक सहयोग दिया गया था। इस बार भी नेता प्रतिपक्ष ने राज्य सरकार को प्रस्तावित किया था हमारे दल के विधायकों से जितनी राशि लेनी है ले लें। सरकार द्वारा कोई पहल नहीं किये जाने के बाद अपने पार्टी के विधायक अपने स्तर से अपने-अपने जिलों एवं क्षेत्रों में आर्थिक सहयोग देकर एम्बुलेंस, ऑक्सीजन प्लांट, वेन्टीलेटर, एक्स-रे मशीन, जीवन रक्षक दवाइयां और अन्य उपयोगी संसाधनों के लिए आर्थिक सहयोग दे रहे हैं।
साथियों निश्चित रूप से आज हमारी पार्टी राजद की जिम्मेदारी काफी बढ़ गई है। और हमारे सभी साथी अपने अपने क्षेत्रों में सक्रिय हैं। पर यह लड़ाई काफी लम्बी है। और यह लड़ाई लड़ना भी राजद को हीं है। इसलिए आपको भी सुरक्षित रहने की आवश्यकता है। चूंकि यह बीमारी संक्रामक है इसलिए अपने को संक्रमण से बचाते हुए हमें लोगों की हिफाजत करनी है । जैसी जानकारी मिली है कि व्यवस्था में लगे हुए हमारे कई साथी भी संक्रमण का शिकार हो चुके हैं। हमने देखा है कि हमारे कई साथी और विधायक भी बगैर पीपी किट के कोविड वार्ड में जाकर लोगों की मदद कर रहे हैं। इसलिए सभी साथियों से मेरा आग्रह है कि वे जब भी कोविड वार्ड में जायें तो निश्चित रूप से पीपी किट, ग्लोबस, हेयर कैप ,मास्क और सू कवर पहन कर हीं जायें और बाहर आने के बाद उसे जलाकर नष्ट कर दें । अस्पतालों और कोरोंटाइन केन्द्रों पर जायें तो डबल मास्क ,ग्लोबस और हेयर कैप का प्रयोग अवश्य करें । साथ हीं डब्ल्यू एच ओ द्वारा जारी किये गए प्रोटोकॉल का शत प्रतिशत अनुपालन करें।
साथियों हमे प्रतिदिन अपने जिला के स्टेटस रिपोर्ट की अद्यतन जानकारी सिविल सर्जन से लेनी चाहिए कि जिला मे कुल कितना एक्टिव केश है जिसमें कितना अस्पतालों में भर्ती हैं, कितना होम आइसोलेशन में हैं। उन सबों का मेडिकल कंडिशन क्या है । इसी प्रकार जिला में बेड की उपलब्धता की स्थिति क्या है। इस पत्र के साथ हीं कैमूर जिले के स्टेटस रिपोर्ट का नमूना भी संलग्न किया गया है जिससे समझने में आसानी होगी।
ऑक्सीजन गैस का सिलेंडर भी भिन्न भिन्न साइज के होते हैं। प्रभावित व्यक्ति को कितना ऑक्सीजन चाहिए तो उसको किस साइज के सिलेन्डर से कितना देर तक किस हिसाब से गैस की आपूर्ति की जायेगी इसका चार्ट बना हुआ है जिसे इस पत्र के साथ संलग्न किया गया है।
आप साथियों से फिर एक आग्रह है कि एक लम्बी लड़ाई लड़नी है इसलिए अपनी सुरक्षा का ख्याल रखते हुए दूसरों को इस महामारी के संकट से सुरक्षित निकालना है।
सादर अभिनन्दन के साथ
जगदानन्द सिंह