HomeCovid-19) यातायात एस पी ने दिया अमरकेश के दिशा निर्देश, तीन अन्य पोस्ट पर भी चलाये जा रहे है विशेष चेकिंग अभियान। अब परिंदा भी कही से पर नही मार सकता।
Covid-19) यातायात एस पी ने दिया अमरकेश के दिशा निर्देश, तीन अन्य पोस्ट पर भी चलाये जा रहे है विशेष चेकिंग अभियान। अब परिंदा भी कही से पर नही मार सकता।
पटना/बिहार। यातायात पोस्ट पर अधिकारियों के अदली बदली के बाद भी यातायात एस पी ने दिया अमरकेश के दिशा निर्देश से यातायात पोस्ट के अलावा तीन अन्य पोस्ट पर भी चलाये जा रहे है विशेष चेकिंग अभियान। कोई भी परिंदा कही से पर नही मार सकता।
करबिगहिया यातायात चेक पोस्ट पर भी यातायात पदाधिकारी जे पी मिश्रा एबं यातायात सिपाही के नेतृत्व में संघन वाहन चेकिंग अभियान चलाया गया। बिना धूप की प्रभाह किये हुए लगातार वाहन चेकिंग किया गया। दूसरी ओर हड़ताली मोड़ यातायात पोस्ट पर यातायात पदाधिकारी विभा कुमारी जो इंस्पेक्टर रैंक की पदाधिकारी है उनके द्वारा भी जोर शोर से एक -एक वाहन की जांच की गई।
एक होमगार्ड के भरोसे चलाए जा रहे हैं भूतनाथ यातायात पोस्ट।
पटना से सनोवर खान के मनोज सिंह की रिपोर्ट।
पटना यातायात पोस्ट पर अधिकारियों के अदली बदली से बहुत ज्यादा प्रभाव नहीं दिख रहा है, बल्कि पदाधिकारी और सिपाही के बीच तालमेल नही होने के कारण यातायात संचालन पर असर दिख रहा है। कोई कोई जवान अफसर की बात को नहीं मानते और मनमानी पर उतारू है हालांकि सूत्रों से पता चला है कि अधिकारी भी मनचाहा सिपाही की पोस्टिंग अपने पोस्ट पर करवाना चाहते हैं आखिर इसके पीछे वजह क्या है? एक तरफ जहां अधिकारी ड्यूटी से परेशान है जाम छुड़ाने में परेशान हैं।
धूप और बरसात में वर्दी भीगं जा रही है, खाकी वर्दी पसीना से उजला हो जाता है वहीं दूसरी तरफ परिवहन विभाग इनके लिए ना तो खड़े होने की नाही कीमती मशीन के रखरखाव के लिए चेक पोस्ट शेड बनवाने की व्यवस्था करता है धूप और वर्षा में खड़े होकर इनको चालान काटना पड़ता है। ताजा मामला पीएमसीएच, मछुआ टोली, करबिगहिया, आर एन सिंह मोड़, शीतला माता मंदिर, चिरैयाटांड़ एवं न जाने कितने ऐसे पोस्ट हैं जहां अधिकारियों के ना तो बैठने नाही टॉयलेट की सुविधा है। मजबूरी में जवान सड़क का इस्तेमाल करते हैं। सबसे ज्यादा समस्या महिला कर्मी को है जो कि दिन रात सड़कों पर यातायात की कमान संभाल रही हैं।
डर के मारे कहीं कंप्लेन भी नहीं करती हैं। एक महिला सिपाही ने दबी जुबान से बताया की ट्राफिक में ड्यूटी करने का मन नहीं करता है लेकिन मजबूरी घर परिवार की ऐसी है बिना ड्यूटी के बाल बच्चों का पालन पोषण कैसे होगा, बीमार घर के सदस्यों का इलाज कैसे होगा।
जरूरत है समय के साथ इन अधिकारियों और जवानों के चिंता करने की जो हमारे वाहन चालकों की सुविधा के लिए रात दिन सड़क पर खड़े रहते हैं तो मानवता के नाते, स्वच्छता अभियान के तहत इनका भी हक है इनको सुविधा मुहैया कराई जाए ताकि तनाव में नहीं रह कर बल्कि आनंद पूर्वक अपनी जिम्मेदारी को निभा सके।
पिछले सप्ताह से मलाही पकरी पोस्ट पर मेट्रो के निर्माण होने के कारण बिजली काट दी गई है जहां अभी तक वहां रात में अंधेरा रहता है जिससे यातायात सिपाही को ड्यूटी के दौरान असुविधा हो रही है। विकास होना अच्छी बात है लेकिन अंधेरा कायम करना सही नहीं है।