आरा/भोजपुर। छात्र राजद नेता गांगुली यादव द्वारा कहाँ गया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से यह मांग की है कि राज्य के सभी निजी शिक्षण संस्थानों के छात्रों की फीस कोरोना वायरस को देखते हुए लॉक डाउन की अवधि की फीस माफ करवाएं व जब तक हालात सामान्य ना हो तब तक अभिभावकों को इसमें सहूलियत प्रदान की जाए ।
हर स्कूल कॉलेज संस्थानों में कई तरह के फंड रिजर्व रखे जाते हैं उन पैसों से स्कूल कॉलेज एवं अन्य शिक्षण संस्थानों में काम करने वाले टीचिंग नॉन टीचिंग स्टाफ का माहवारी का भुगतान किया जा सकता है । कोरोना के प्रभाव से आम जनता काफी ग्रस्त है ऐसे में जो सरकारी संस्थानों में काम करने वाले राज्य सरकार एवम केंद्र सरकार के अधिकारियों कर्मचारियों को तो माहवारी भुगतान हो जाएगा मगर जो गैर सरकारी ,प्राइवेट ,बिजनेस या अन्य रोजमर्रा के काम मे लगे हुए है उनके सामने क्या होगा जिनका वर्तमान में अपना घर चला पाने की भी स्थिति नही है। ऐसे में वो स्कूल फीस ,बस फीस का भुगतान कैसे करेंगे ।
इस पर राज्य सरकार को गंभीरता पूर्वक विचार कर निर्णय लेने की जरूरत है ।निजी स्कूल प्रबंधक सहित सरकारी गैर सरकारी शिक्षण संस्थानों के प्रबंधकों से भी आग्रह किया है कि वह मानवीय संवेदनाओं को देखते हुए पूरे विश्व में कोरोना वायरस के परिणामों को ध्यान में रखते हुए लॉक डाउन अवधी का फीस माफ करें।