Covid-19) जय श्री सदगुरुदेव /साप्ताहिक आनलाइन स्वर्वेद अंताक्षरी सत्र का मूल उद्देश्य।
साप्ताहिक आनलाइन स्वर्वेद अंताक्षरी सत्र का मूल उद्देश्य स्वर्वेद के दोहे/चौपाई के माध्यम से ब्रह्मविद्या विहंगम योग के सैद्धांतिक पक्ष जानकर क्रियात्मक पक्ष की ओर बढ़ चलना है।
प्रत्येक सत्र में हम सभी को सैकड़ों दोहे के श्रवण का सुअवसर प्राप्त होता है। बहुत सारे ऐसे नये-नये दोहे का श्रवण करने का भी अवसर प्राप्त होता है, जिससे हम सभी अपरिचित रहते हैं।
पिछले कुछ सत्र से अंताक्षरी के अलावा स्वर्वेद दोहा/चौपाई गायन का अवसर भी दिया जा रहा है जिसका उद्देश्य यह है कि जब हम दोहा/चौपाई गायन के लिए दोहे का चयन करेंगे, तो उस दोहे/चौपाई से स्वयं परिचित होंगे साथ ही अन्य गुरुभाई बहनों को श्रवण कराकर एक छोटे से प्रयास में एक बड़ी सेवा से जुड़े जाते हैं क्योंकि दोहे/चौपाई के माध्यम से हम ब्रह्मविद्या विहंगम योग के सिद्धांत का प्रचार करते हैं। ब्रह्मविद्या का प्रचार ही सद्गुरु की सबसे बड़ी सेवा है।
अतः सभी गुरुभाई-बहनों से सादर करबद्ध निवेदन है कि स्वर्वेद अंताक्षरी सत्र में स्वर्वेद दोहा/चौपाई गायन सेवा से अपने भी जुड़ें और अपनों को भी जोड़ें जिससे हम सभी का आध्यात्मिक विकास का मार्ग प्रशस्त हो सके।