(प्रेस विज्ञप्ति)
आरा/भोजपुर। विश्व के सबसे बड़े यरवदा चरखे का हुआ लोकार्पण भोजपुर में गांधी कार्यक्रम के अंतर्गत आरा में गांधी जी के आगमन के शताब्दी वर्ष को यादगार बनाने के लिए सर्जना न्यास के द्वारा बनाए गए विश्व के सबसे बड़े यरवदा चरके का लोकार्पण केंद्रीय मंत्री स सांसद श्री राजकुमार सिंह के कर कमलों से हुआ मौके पर स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पांडे पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन मौजूद रहे कार्यक्रम का की अध्यक्षता कृषि मंत्री स्थानीय विधायक अमरेंद्र प्रताप सिंह ने किया।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन व संभावना आवासीय उच्च विद्यालय के संगीत शिक्षक सरोज सुमन के निर्देश न में छात्राओं के द्वारा स्वागत गीत से हुआ आगंतुक अतिथियों के स्वागत के बाद वर्सेस ऑर्गेनाइजेशन फॉर बेटर बिहार की अध्यक्ष मनीषा पाठक जोकि इस कार्यक्रम की संयोजिका भी हैं को आगंतुक अतिथियों द्वारा स्मृति चिन्ह अंग वस्त्र व भोजपुरी चित्र शैली में निर्मित मां दुर्गा की पेंटिंग देकर सम्मानित किया गया मौके पर उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हमने यूएसए में एक छोटा सा बिहार बसा रखा है सभी के सहयोग से बिहार के गौरवशाली इतिहास व लोक कला को वैश्विक पटल पर उचित सम्मान दिलाना इसका मुख्य उद्देश्य है।
पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन जी ने अपने संबोधन के शुरुआत करते हुए सर्जना की पूरी टीम को बधाई दी आजादी के अमृत महोत्सव का इससे सुंदर और आयोजन क्या हो सकता है चरखे पर बने भोजपुरी चित्र कला के बारे में उन्होंने कहा कि हमारे दैनिक जीवन में रचा बसा है दिन-ब-दिन हमें इस लोक कला को भूलते जा रहे हैं भोजपुरी पेंटिंग से सुसज्जित इस यरवदा चरखी को आम जनमानस व भावी पीढ़ियों के द्वारा अवलोकन व गांधी जी के आगमन को यादगार बनाने के लिए इस चरखे को उचित स्थान दिलवाउगा।
उन्होंने अपने संबोधन में कोहबर पीढ़ियां छठ पूजा व उससे जुड़े डाक टिकट आदि की भी चर्चा की आजादी की लड़ाई में हुए संघर्षों व बलिदान को याद रखने के लिए व लोक कलाओं को जीवंत बनाए रखने के लिए ऐसे आयोजनों की आवश्यकता है स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने अपने संबोधन में कहा कि सबसे पहले मैं संजीव वह उनकी पूरी टीम का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं और भविष्य में ऐसे आयोजनों के लिए शुभकामनाएं भी देता हूं आगे का संबोधन भोजपुरी में करते हुए उन्होंने कहा कि देख कर बड़ी अच्छा लागल माटी के घर पर बनल भोजपुरी चित्र यह चरखा पर बनल बा ।
अध्यक्षीय भाषण में कृषि मंत्री व स्थानीय विधायक श्री अमरेंद्र प्रताप सिंह ने अपने संबोधन में कहा कार्यक्रम के स्वरूप की अवधारणा ही अद्भुत प्रेरणा का स्रोत है यह चरखा आजादी की लड़ाई को यादगार बनाए रखने में सहायक होगा गांधीजी वह तत्कालीन नेताओं के भोजपुर आगमन व उस दौरान घटित घटनाओं पर प्रकाश डाला उन्होंने बताया मेरे घर पर अन्य देवी देवताओं के साथ गांधी जी की भी पूजा होती थी उन्होंने बताया उनकी दादी द्वारा गांधीजी के लंबे हाथों को दिखाते हुए उन्हें साक्षात नारायण का अवतार बताती थी गांधीजी की आरा स्टेशन बाल हिंदी पुस्तकालय व जमीरा तक टमटम पर बैठकर जाने की घटना पर भी प्रकाश डाला बतौर मुख्य अतिथि व उद्घाटन करता केंद्रीय मंत्री व स्थानीय सांसद श्री राजकुमार सिंह ने संबोधित करते हुए कहा इस प्रकार का आयोजन से स्वतंत्रता आंदोलन के चित्र मानस पटल पर अंकित हो जाते हैं यह बिहार ही हैं
जिसने गांधी को महात्मा गांधी बताया लोग गांधी के बिहार आगमन को चंपारण तक ही सीमित करके छोड़ देते हैं आरा में ऐसे करके का निर्माण और उनके तीन बार आगमन उनके आगमन की गवाही देगा गांधी जी के यह देश गांधी जी को भूल नहीं सकता और उनके सपनों को साकार करने का काम हम करेंगे शुरुआत में विषय प्रवेश करते हुए श्री विजय कुमार सिंह ने तत्कालीन घटनाओं पर प्रकाश डाला संभावना आवासीय उच्च विद्यालय के प्राचार्य डॉ अर्चना सहने अपने संबोधन में आजादी के अमृत महोत्सव भोजपुर में गांधी वगैरह वादा करके की चर्चा की व आगंतुक अतिथियों का आभार व्यक्त किया कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ पत्रकार श्री बृजम पांडे, धन्यवाद ज्ञापन सर्जना के अध्यक्ष संजीव सिन्हा ने किया इस विश्व के सबसे बड़े यरवदा चरके के निर्माण में आशीष मदुरई श्रील दीपा विष्णु शंकर अमन विभुति कुमारी आदि का योगदान रहा मौके पर गांधीजी की वेशभूषा में तैयार हुए श्रील ने सभी आगंतुकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया व कार्यक्रम के केंद्र बिंदु बने रहे कार्यक्रम में सहयोगी की भूमिका में डॉक्टर कुमार विजेंद्र प्रेम पंकज उर्फ ललन जनार्दन सिंह, श्री रोहित सिंह होटल पार्क व्यू क्लार्क इन व पुष्पेंद्र गौतम सिंह आदि के महत्वपूर्ण भूमिका रही
मौके पर उपस्थित लोगों में आदित्य विजय जैन चंद्र भूषण पांडे यशवंत मिश्रा दिलीप शंभू विभाग सिन्हा माया देवी उमा कुमारी श्याम राजन निरंजन प्रियांशु अमित मिश्रा संस्कार कृष्णा व दीपेश कुमार शामिल थे।