DNTV India News Hindi News, हिंदी न्यूज़ , Today Hindi Breaking, Latest Hindi news..

Covid-19 ) कहते है माँ के दरबार से कोई खाली हाथ नही लौटे है इस बात का मिसाल बना दो बहनों की अनोखी शादी।

 भोजपुर जिला प्रसिद्ध माँ आरण्य देवी की दरबार में एक माँ अपनी दो बेटी की शादी की चिंताओं से घिरी माता आरण्य देवी मईया के दरबार मे अपनी वर्तमान स्थिति परस्ती से परेशान प्राथना करते हुए कुछ लोगों से सहयोग की अपेक्षा से बात कर रही थी कि इसी बीच माँ की सेवा में लगे पुजारी संजय मिश्रा से मुलाकात हुई और सारी बिगड़ी काम बन गई।
आपको बतादे की मुलाकात के बाद अपनी सारी समस्याओं का बखान एक दुखियारी माँ सुना डाली, सारी समस्याओं को सुने के बाद पुजारी संजय मिश्रा कहे या माँ आरण्य देवी की कृपा से दोनों बेटियों की शादी कराने की ठान ली और न शिर्फ़ सहयोग किये बल्कि औरो से भी सहयोग करवाते हुए अपने साथ- साथ और लोगो की मदद से लगभग 50 हजार रुपये व साजो सामान से भी सहयोग किया गया।
 
 कोरोना काल में बेरोजगार हुए पति की आर्थिक स्थिति एक तरफ, दूसरी ओर दो बेटियों की शादी की चिंता और बहनों की शादी के लिए किडनी बेचने की बात करते बेटा, 
ऐसे हलात में माँ ने उठाया कदम।
 इन सारी बातों से परेशान माँ के लिए शादी की चिंता एक तरफ , दूसरी ओर परेशान पति और बेटा की संकल्पित बात की चिंता से ऊपर उठकर  माँ ने चंदा मांग कर शादी करने की ठान ली और सफल हो गई।
सफल कैसे हुई यह भी जाने।
यह पूरी मामला कोइलवर निवासी रामदेव महतो की परिवार की है, जिनके दोनों बेटियों की शादी मंगलवार की रात को सम्पन्न हो गई।
  पिता की आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं थी कि वो अपनी बेटी की शादी करा सके। इधर, भाई ने किडनी बेचकर अपनी बहन की शादी कराने की ठान ली थी। लेकिन उसकी मां ने मना कर दिया और लोगों से भिक्षा मांगने लगे। कुछ लोगों ने भिक्षा दी तो 50 हजार रुपए और खाद्य साम्रगी जमा हुए। इसके बाद घरवालों ने एक नहीं बल्कि दो बेटियों की शादी एक साथ, एक ही परिवार के दो लड़कों से शादी करवा दी गई।
कोरोना में रोजगार छिनने से आर्थिक हलात हुई खराब।
रामदेव महतो को पांच लड़की और एक लड़का है। लड़का भी मजदूरी ही करता है। रामदेव ने पहले ही अपनी बड़ी बेटी रिंकू की शादी कर दी थी। कोरोना काल में रोजगार छीन जाने के बाद रामदेव महतो की आर्थिक हालत खराब हो गई। इधर, दोनों बेटियों (राधिका और राजकुमारी) की शादी के लिए एक अच्छा रिश्ता मिला।
एक ही परिवार के दो लड़के शादी के लिए राजी हो गए। लेकिन रामदेव के पास इतने पैसे नहीं थे, जिससे वह अपनी बेटियों की शादी करवा सके। इसके बाद रामदेव ने मालगुजारी पर 2 बीघा खेत लिया, जिसमें गेंहू और सरसों लगाया। पर खेत में भी नुकसान हो गया। कर्ज लेकर बारह हजार रुपए चुकाना पड़ा।
आरण्य देवी मंदिर के पुजारी संजय मिश्रा ने की मदद।
रामदेव की पत्नी संगमा महतो ने बताया कि जब कहीं से मदद की कोई आस नहीं दिखी तो आरा में आरण्य देवी मंदिर के एक पंडित को सारी कहानी बताई। तब वहां के भक्तों ने दोनों बेटियों के लिए भिक्षा मांग कर शादी कराने का फैसला किया। कुछ लोगों ने पैसा दिया तो किसी ने अन्य सामग्रियों से मदद की। लगभग 50 हजार तक की मदद लोगों के द्वारा की गई। उनके पास अपनी बेटियों को देने के लिए भी कुछ नहीं था, लेकिन अब दोनों बेटियों को कान की बाली और बक्सा दे रही हैं।
भाई ओम प्रकाश ने बताया कि वो अपनी दोनों बहनों की शादी कर्ज लेकर कर रहे हैं। जब घर की इज्जत वाली बात होगी तो इज्जत तो जाने नहीं देंगे। इसलिए वो अपनी किडनी बेचकर शादी करवाना चाहता था। पर मां ने रोक दिया और किसी तरह हमलोग भिक्षा लेकर अपनी बहनों की शादी कर रहे हैं।