इस अनशन में मुख्य मांग प्रत्येक प्रखंड अनुमंडल मुख्यालय और आरा शहर के सभी बंद किए गए निजी अस्पतालों को तत्काल खुलवाया जाए और नहीं खुलने वाले डॉक्टर निजी क्लीनिक के प्रबंधक पर देशद्रोह का मुकदमा कर गिरफ्तारी की जाए, भोजपुर जिले के सभी प्रखंड अनुमंडल स्तर पर एंबुलेंस की व्यवस्था पर हेल्पलाइन नंबर जारी की जाए।
भोजपुर जिले के किसी भी मरीज को पटना रेफर करने से पहले बेड मेडिकल सुविधा की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, प्रखंड से लेकर अनुमंडल जिला मुख्यालय पर भी सभी अस्पतालों को ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए, भोजपुर जिले के सभी जनप्रतिनिधि जिला मुख्यालय अस्पताल तक समुचित बेड जांच मशीन ऑक्सीजन सिलेंडर इत्यादि चिकित्सा संबंधी संसाधनों को उपलब्ध कराने हेतु खर्च किया जाए, यदि भोजपुर जिले में स्वस्थ कर्मियों की कमी है तो ग्रामीण चिकित्सक को 1 सप्ताह का प्रशिक्षण शिविर देकर उसे कार्य लिया जाए ।
जिला वासियों को इस संकट का काल में तत्काल इलाज मिल सके आरा सदर एसडीओ से बातचीत असफल रहा जिसमें पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर टाउन थाना लाया गया है। अनशन करने वालों में राष्ट्रीय महासचिव चा संगठन प्रभारी पूर्व विधायक भाई दिनेश प्रदेश महासचिव स के आरा के पूर्व प्रत्याशी ब्रजेश कुमार सिंह, प्रखंड अध्यक्ष संतोष कुमार, विश्वविद्यालय अध्यक्ष अजीत कुशवाहा, प्रमोद सिंह, भारतीय अटल सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष हरि तिवारी, मनीष कुमार, मनोज कुमार आदि लोग शामिल थे