Covid-19) अपराध नियंत्रण में युवाओं की भूमिका””पर राष्ट्रीय बेविनार का आयोज।
विधि विमर्श एवं प्रेम यूथ फाउंडेशन संस्था द्वारा “अपराध नियंत्रण में युवाओं की भूमिका” विषय पर राष्ट्रीय वेबीनार का आयोजन युवा आवास प्रेजर रोड,पटना में किया गया,,जिसमें जाने-माने विधिवेता,प्रशासनिक पदाधिकारी, पत्रकार,लेखक, समाजसेवी एवं छात्रों ने भाग लिया।
इस वेबिनार के मुख्य अतिथि बिहार स्टेट बार काउंसिल के उपाध्यक्ष श्री धर्मनाथ प्रसाद यादव एवं मुख्य वक्ता रणविजय सिंह ,संपादक,विधि विमर्श पत्रिका सह अधिवक्ता पटना उच्च न्यायालय एवं प्रेम कुमार संस्थापक,प्रेम यूथ फाउन्डेशन रहे। एसपी शेखपुरा क्रांतिकेय के शर्मा एवं एसपी औरंगाबाद कांतेश कुमार मिश्र विशिष्ट अतिथि रहे। कार्यक्रम की प्रस्तावना विश्व युवक केंद्र दिल्ली के मुख्य नियंत्रक उदय शंकर सिंह ने दिया।
वेबिनार को संबोधित करते हुये विधि विमर्श के संस्थापक अधिवक्ता रणविजय सिंह ने कहा कि अपराधियों के मनोबल बढ़ाने में न्यायालय का बहुत बड़ा योगदान है बड़े बड़े दुर्दांत अपराधी घटना कर जेल और बेल के खेल खेलता है और कानूनी दाव पेच से कभी कभी अपराध मुक्त भी हो जाता है । देर से न्याय भी अन्याय है । युवाओं को घर से ही सही शिक्षा और संस्कार देने की जरूरत है । उन्होंने बताया कि पूरे बिहार के हर जिला में विधि सहायता केंद्र खोला जायेगा।
वेबिनार को संबोधित करते हुए औरंगाबाद एसपी कान्तेश कुमार मिश्र ने कहा की तात्कालिक लाभ के लिए युवा रातो रात अमीर बनने के लालच में अपराधियों एवं अराजक तत्वों के चंगुल में फस जाते हैं।कुख्यात अपराधी किशोर नौजवानों को अपने गैंग में दिशाहीन कर शामिल करते हैं।
एवं युवाओं को शॉर्टकट सफलता से बचना चाहिए ।
वही शेखपुरा एसपी कार्तिकेय शर्मा ने बताया की अपराध नियंत्रण में युवाओं की भूमिका है। भारत आज संसार का सबसे युवा देश है। युवा ठान ले तो अपराध मुक्त समाज बन सकता है।युवा सामुदायिक पुलिस के रूप में सूचना देकर हमे सहयोग करे। अपराधियो का सामाजिक बहिष्कार हो। वही बिहार पुलिस एसोसिएशन के अध्यक्ष मृत्युंजय कुमार सिंह ने कहा कि अपराध नियंत्रण में जन भागीदारी अति आवश्यक है। पुलिस के कार्यों में राजनीतिक हस्तक्षेप बन्द हो। बिहार एटीएस के सदस्य राखी कुमारी ने कहा कि संविधान के विरुद्ध आचरण ही अपराध है। युवाओं को बेहतर समाज बनाने के लिए आगे आना होगा।।
विधि विमर्श पत्रिका के सहायक संयादक सह अधिवक्ता पटना उच्च न्यायाल्य,नीतिश कुमार सिंह ने सभी अतिथियों एवं मुख्य वक्ता का स्वागत व अभिनंदन करते हुए कहा कि युवा अवस्था जीवन का सबसे कठिन और नाजुक काल इस अवस्था में युवा का झुकाव जिस ओर हो जाता है उसी दिशा में वह जीवन में आगे बढ़ता है वह सभ्य एवं असभ्य भी बन सकता है, इसलिए अपराध नियंत्रण की संकल्पना को साकार करने के लिए युवाओं में अभिभावक, शिक्षा एवं शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी।गांधीवादी प्रेम जी ने कहा कि अहिंशा के मार्ग पर ही चलकर अपराधमुक्त समाज संभव है ।
अन्य वक्ता में वीणा मानवी, श्वेता कुमारी, शंभू कश्यप,शशि शेखर, संजय कुमार झा, ब्रजेश मिश्रा, अनुप नारायण सिंह, डॉ पुरुषोत्तम कुमार, शिवानंद गिरी,चन्दन झा, डॉ आर के दत्त मिश्रा, प्रो. राज चित्रकार, महेंद्र कुमार विकल, कुलदीप नारायण दुबे, रासिक बिहारी सिंह, सुबोध कुमार सिंह, संजय भाई, कुमुद रंजन सिंह, प्रेरणा विजय, राहुल कुमार ,दिलीप कुमार,देवांन्द कुमार,हरेराम कुमार अभिनव ,ने अपना विचार प्रकट किया।
इस वेबिनार का संचालन जुम मीट के माध्यम से किया गया,जिसका संचालन प्रेम यूथ फाउंडेशन के प्रेमा विजय वो राहुल कुमार ने किया। हजारों श्रोतागण इस राष्ट्रीय वेबिनार से जुड़े।