राधा-कृष्ण की मनमोहक छवि और भगवान जगन्नाथ, बलभद्र, सुभद्रा की अलौकिक झांकी, श्रद्धा और भक्ति का जीवंत प्रतीक हैं। यह दृश्य न केवल सौंदर्य से परिपूर्ण है, बल्कि आस्था की ऊर्जा से भी भरपूर है।
ज्ञान की बात
दुःख के बाद सुख और संकट के बाद सुविधा आना प्रकृति का अटल नियम है। हमें बस इतना समझना है कि संकट आने पर क्या करें-क्या न करें पढ़े
देश-भक्ति, आदर्श-भक्ति, ईश्वर-भक्ति आदि के रूपों में त्याग-बलिदान के, तप-साधना के अनुकरणीय आदर्शवादिता के अनेकों उदाहरण | जरूर पढ़े
ईश्वर की न्याय व्यवस्था
सभ्यता और शिष्टाचार किसी भी व्यक्ति के व्यक्तित्व को निखारने वाले दो अनमोल रत्न हैं। इन दोनों का पारस्परिक संबंध इतना घनिष्ठ है कि एक […]
क्षमताओं और अच्छाइयों को छिपाकर रखने से न केवल व्यक्ति स्वयं नुकसान उठाता है, बल्कि समाज भी उससे वंचित रह जाता है
हर दिशा में हमारे और दूसरों के जीवन को बेहतर बनाता है। मानसिक वातावरण
ईश्वर की न्याय व्यवस्था के अनुसार वैसा ही फल
“समय” ही जीवन है। यह हमारी सबसे अनमोल संपत्ति है, जिसे भगवान ने हमें जीवन की पूंजी के रूप में प्रदान किया है। इसका उपयोग […]
एक विलक्षण जीवन तत्त्व
यह लेख विचारों की शक्ति, उनके प्रभाव और सकारात्मक दिशा में जीवन को ढालने के तरीकों को समाहित करता है। इसमें कहानी, सुझाव और प्रेरक तत्व जोड़े गए हैं ताकि यह प्रभावी और उपयोगी लगे।
एक शांत और आध्यात्मिक दृश्य, जिसमें वृद्ध व्यक्ति बच्चों को जीवन के चार रत्नों की शिक्षा दे रहा है।
त्रिजटा की कथा रामायण के गूढ़ और प्रेरणादायक पहलुओं में से एक है, जो एक राक्षसी से साध्वी बनने के सफर को दर्शाती है। यह कथा हमें न केवल कर्तव्य, विवेक और धर्म के महत्व का पाठ सिखाती है, बल्कि यह भी बताती है कि जीवन में सही निर्णयों और सही समय पर किए गए कार्यों से कैसे किसी का व्यक्तित्व और इतिहास में स्थान बदल सकता है।
दृष्टिकोण की विकृतियाँ हमें अकारण उलझनों में उलझाती हैं और खिन्न रहने के लिए विवश करती हैं। हम गरीब हैं या अमीर, इसका निर्णय दूसरों […]
छवि, जिसमें लक्ष्मण जी विनम्रतापूर्वक सैनिक से भिक्षा मांगते हुए दिखाए गए हैं। चित्र में प्रभु श्रीराम और हनुमान दूर से देखते हुए दिखाई दे रहे हैं, और दृश्य को भोर की रोशनी और प्राकृतिक परिवेश का दिव्य दर्शन।