Himachal Pradesh

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कांगनी/काकूम (मोटा अनाज

इस जीवन को जितना सादगी से जिया जाएगा यह उतना ही प्रफुल्ल और आनंदित होगा । भोजन हमारे तन मन दोनों को प्रसन्न और सार्थक बनाने में अहम भूमिका निभाता है ।

तृण धान्य(सिरिधान्य)

लोगों में बढ़ती हुई शारीरिक , मानसिक दुर्बलता का एक मात्र कारण है हमारा आहार विहार। जहां ये दोनों संतुलन में यदि आ जाएं तो सब कुछ ठीक स्वत: हो जाता है। पुराने अनाजों की ओर आईए और जीवन को स्वस्थ, सबल बनाइए।

प्राकृतिक चिकित्सा

स्वस्थ भोजन स्वस्थ जीवन की अहम प्रार्थमिकता होनी चाहिए। स्वास्थ्य सबसे बड़ा धन है । बिना स्वास्थ्य के हम किसी भी परीक्षा में सफल नहीं हो सकते ।

कीर्ति स्तंभ

नया भारत नए विकास की विधा में घुलता भारत
विश्व में नए आयामों को छूता हुआ भारत ।
विश्व पटल पर नई बुलंदियों को सिरमौर करता हुआ भारत । आधुनिक भारत, युवा भारत ।

साइलेंट वैली जस्टिस

दुष्ट के साथ दुष्टता का ही व्यवहार किया जाना चाहिए। यह नीति कहती है। बुरे कर्मों का परिणाम सदा बुरा ही होता है। प्रकृति आपको जीना सिखाती है आपका लालन पालन करती और मानव ही आज उसके लिए दानव बन गया है । तो दानव तु इतना भी समर्थ नहीं की प्रकृति से जीत पाए वो तेरी मां है और मां को चुनौती देना अपने अंत को प्राप्त करना है। अहिंसा परमो धर्म:ll