रक्षाबंधन|
हमारे त्यौहार हमारी अटूट संस्कृति का जीवंत स्तंभ हैं । इन्हीं के कारण हमारी आस्थाएं जिनको पोषण मिलता है । त्यौहारों के प्रति जागरूक होना हर एक हिंदू भारतीय का आस्तिक कर्तव्य है ।
श्रावण विशेष|
सभी मासों में उत्तम और पवित्र मास श्रावण मास है, उसमें भी परम सौभाग्य प्राप्ति का हेतु यही है कि इस वर्ष श्रावण मास सोमवार को ही आरंभ हुआ था और सोमवार को ही विश्राम हो रहा है।
नारी विशेष
नारी आज का अति सोचनीय विषय है । आज के समय को देखते हुए नारी की अस्मिता तार तार हो रही है। जगह जगह नारी शोषण , अत्याचार , बलात्कार , घटनाएं देखने को मिल रही हैं। आखिर क्या हो गया है इस पंगु समाज की सोच को ।
या अक्षर उसे पढ़ रहे हैं।
कवि की कल्पना असीम है । काव्य भाव से कवि सूखे हुए दरख्तों में भी कल्पना कर उसे जीवंत बना देता है । " जहां न पहुंचे रवि वहां पहुंचे कवि।
जल का तांडव
पर्यावरणीय प्रभाव से समस्त जन जीवन पीड़ित है । असंतुलन पैदा हो गया है। मानवीय कार्यों ने पूरे eco system को उस बिंदु पर खड़ा कर दिया है जहां से वापस लौटना खाई में गिरने जैसा है।
स्वस्थ आहार
एक पुरानी कहावत है " स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क निवास करता है"....
उदासी की शाम
इस जीवन का एक मात्र सिद्धांत यही है। मनुष्य बार बार जन्म लेता है और फिर मृत्यु को प्राप्त होता है । जिस प्रकार समुद्र की लहरों का बनना एक लंबा सफर तय करना ,किनारों पर आकर शांत हो जाना । यही है जीवन रूप । अंत विराम
उठा लो मन को पर्वत सा
जब भी मन जोश से पूर्ण होता है,वह ऊंची ऊंची पर्वत श्रृंखला को भी जीत लेता है,मन को सदैव ऊर्जावान बनाए रखने का संकल्प अच्छे विचारों से सहमती है । " मन के हारे हार है मन के जीते जीत "।
हिमाचल में 21 अगस्त से भारी बारिश व बाढ़ का आसार|अलर्ट जारी..
चंबा और मंडी में लगभग 40 से 42 ट्रांसफार्मर से बिजली बंद, पेयजल की समस्या बढ़ी |
महफिल ए”सुखन”
मुहब्बत है तो दर्द भी है विछुड़ने के आसूं भी हैं ।
मुहब्बत दिलों की दर्द भरी दास्तां है
इसको बयां करना जैसे खुदा की इबादत हो ।
यूरिया को नकारें
बायो खाद फसलों के लिए सर्वोत्तम है । रसायनों के कारण जीवन संकट में आ गया हैं ।
स्वार्थ की अग्नि
जंगल हमारे लिए कितने अहम हैं ये बाद में मानव जाति समझ पाएगी । अभी वह झूठे अहम में फूल रहा है । जिस दिन विकास की गति रुकेगी ,
सब कुछ पा लेगा उस यह प्रकृति ही लुप्त हो जाएगी । आओ जंगलों को बचाएं । स्वार्थी लोगों पर अंकुश लगाएं।
मौसम
मौसम विभाग की पूर्व जानकारी के अनुसार हिमाचल के कई स्थानों पर भारी बारिश के संकेत।
कांगनी/काकूम (मोटा अनाज
इस जीवन को जितना सादगी से जिया जाएगा यह उतना ही प्रफुल्ल और आनंदित होगा । भोजन हमारे तन मन दोनों को प्रसन्न और सार्थक बनाने में अहम भूमिका निभाता है ।
तृण धान्य(सिरिधान्य)
लोगों में बढ़ती हुई शारीरिक , मानसिक दुर्बलता का एक मात्र कारण है हमारा आहार विहार। जहां ये दोनों संतुलन में यदि आ जाएं तो सब कुछ ठीक स्वत: हो जाता है। पुराने अनाजों की ओर आईए और जीवन को स्वस्थ, सबल बनाइए।