Category: Himachal Pradesh

Himachal Pradeshत्योहार

रक्षाबंधन|

हमारे त्यौहार हमारी अटूट संस्कृति का जीवंत स्तंभ हैं । इन्हीं के कारण हमारी आस्थाएं जिनको पोषण मिलता है । त्यौहारों के प्रति जागरूक होना हर एक हिंदू भारतीय का आस्तिक कर्तव्य है ।
Himachal Pradeshत्योहार

श्रावण विशेष|

सभी मासों में उत्तम और पवित्र मास श्रावण मास है, उसमें भी परम सौभाग्य प्राप्ति का हेतु यही है कि इस वर्ष श्रावण मास सोमवार को ही आरंभ हुआ था और सोमवार को ही विश्राम हो रहा है।
Himachal Pradeshज्ञान की बात

नारी विशेष

नारी आज का अति सोचनीय विषय है । आज के समय को देखते हुए नारी की अस्मिता तार तार हो रही है। जगह जगह नारी शोषण , अत्याचार , बलात्कार , घटनाएं देखने को मिल रही हैं। आखिर क्या हो गया है इस पंगु समाज की सोच को ।
Himachal Pradeshमौसम

जल का तांडव

पर्यावरणीय प्रभाव से समस्त जन जीवन पीड़ित है । असंतुलन पैदा हो गया है। मानवीय कार्यों ने पूरे eco system को उस बिंदु पर खड़ा कर दिया है जहां से वापस लौटना खाई में गिरने जैसा है।
EntertainmentHimachal Pradesh

उदासी की शाम

इस जीवन का एक मात्र सिद्धांत यही है। मनुष्य बार बार जन्म लेता है और फिर मृत्यु को प्राप्त होता है । जिस प्रकार समुद्र की लहरों का बनना एक लंबा सफर तय करना ,किनारों पर आकर शांत हो जाना । यही है जीवन रूप । अंत विराम
Himachal Pradeshज्ञान की बात

उठा लो मन को पर्वत सा

जब भी मन जोश से पूर्ण होता है,वह ऊंची ऊंची पर्वत श्रृंखला को भी जीत लेता है,मन को सदैव ऊर्जावान बनाए रखने का संकल्प अच्छे विचारों से सहमती है । " मन के हारे हार है मन के जीते जीत "।
Himachal Pradeshकहानी

स्वार्थ की अग्नि

जंगल हमारे लिए कितने अहम हैं ये बाद में मानव जाति समझ पाएगी । अभी वह झूठे अहम में फूल रहा है । जिस दिन विकास की गति रुकेगी , सब कुछ पा लेगा उस यह प्रकृति ही लुप्त हो जाएगी । आओ जंगलों को बचाएं । स्वार्थी लोगों पर अंकुश लगाएं।
Himachal Pradeshस्वास्थ्य

कांगनी/काकूम (मोटा अनाज

इस जीवन को जितना सादगी से जिया जाएगा यह उतना ही प्रफुल्ल और आनंदित होगा । भोजन हमारे तन मन दोनों को प्रसन्न और सार्थक बनाने में अहम भूमिका निभाता है ।
Himachal Pradeshस्वास्थ्य

तृण धान्य(सिरिधान्य)

लोगों में बढ़ती हुई शारीरिक , मानसिक दुर्बलता का एक मात्र कारण है हमारा आहार विहार। जहां ये दोनों संतुलन में यदि आ जाएं तो सब कुछ ठीक स्वत: हो जाता है। पुराने अनाजों की ओर आईए और जीवन को स्वस्थ, सबल बनाइए।