भोजपुर में राजद पंचायती राज प्रकोष्ठ की बैठक सम्पन्न, 24 अप्रैल की राज्यस्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन की तैयारियों पर मंथन |पढ़े ख़बर
Bhojpur
राम भक्तों ने इस व्यवस्था की सराहना की और समिति के सदस्यों का आभार व्यक्त किया गया | पढ़े ख़बर
शोभायात्रा न केवल आध्यात्मिक जागरूकता का संदेश लेकर निकली, बल्कि भारतीय संस्कृति और सनातन परंपराओं को भी उजागर करने का माध्यम बनी। पढ़े कैसे
आरा, बाघी पाकड़, महर्षि सद्गुरु सदाफल देव आश्रम (सेमरांव), पीरो, तरारी, सहार-खैरा, जगदीशपुर, बिहिया, माधोपुर और बेलवनिया में भी स्ववेंद यात्रा ….
भाकपा माले नेताओं ने स्पष्ट किया कि यदि प्रशासन ने इन मांगों पर त्वरित कार्रवाई नहीं की, तो वे आंदोलन तेज करने को मजबूर होंगे। पढ़े ख़बर क्या है पूरा मामला
ड़हरा विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह ने क्षेत्र में हाल ही में हुई विभिन्न दुखद घटनाओं के शोकसंतप्त परिवारों से की मुलाकात | पढ़े ख़बर
भक्ति और आध्यात्मिक रंग में सराबोर दिखे। होली मिलन समारोह के दौरान सभी भक्तों ने आपसी प्रेम और भाईचारे को बढ़ावा दिया। पढ़े ख़बर
सेमराँव आश्रम में संत प्रवर श्री विज्ञान देव जी महाराज का पावन संरक्षण प्राप्त होगा। साथ ही, श्री ददन सिंह जी (प्रधान परामर्शक) और श्री भूपेंद्र राय (संयोजक, बिहार) जैसे प्रमुख व्यक्तित्वों की गरिमामयी उपस्थिति इस आयोजन | पढ़े ख़बर
अपराधियों पर कार्रवाई नहीं हुई और जनता की समस्याओं का समाधान नहीं निकला, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। माले
पूर्व विधायक आशा देवी ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि वे जल्द ही सरकारी अधिकारियों से वार्ता करेंगी और इस समस्या के समाधान के लिए ठोस कदम उठाने का प्रयास करेंगी। पढ़े ख़बर
सीसीटीवी फुटेज में कैद पूरी वारदात पुलिस को शोरूम के सीसीटीवी फुटेज मिले हैं, जिसमें बदमाशों की तस्वीरें साफ दिखाई दे रही हैं। इन फुटेज के आधार पर पुलिस जांच | पढ़े ख़बर
अध्यात्म हमें सिखाता है कि हर्ष और शोक दोनों परिस्थितियों में समभाव में रहें और मन की चाल में न फंसें। जय गुरुदेव पढ़े ख़बर
स्थानीय जनता की भारी भागीदारी, जिससे यह साफ जाहिर होता है कि लोग अपनी समस्याओं को लेकर जागरूक हैं और उनके समाधान की उम्मीद में | पढ़े ख़बर
सरकार को चेतावनी, कहा : यदि गरीबों और आम जनता की मांगों को जल्द पूरा नहीं किया गया, तो विरोध प्रदर्शन होगा और तेज । पढ़े क्या है मांग
“परमात्मा सत-चित-आनंद स्वरूप हैं। तीर्थों की यात्रा एक फल देती है, संतों के दर्शन चार फल, लेकिन सद्गुरु की कृपा से अनेक फल प्राप्त होते हैं। पढ़े ख़बर