‼️ *”ईश्वर के साक्षात दर्शन”* ‼️
एक बार तुलसीदास जी महाराज को किसी ने बताया की जगन्नाथ जी मैं तो साक्षात भगवान ही दर्शन देते हैं बस फिर क्या था सुनकर तुलसीदास जी महाराज तो बहुत ही प्रसन्न हुए और अपने इष्टदेव का दर्शन करने श्रीजगन्नाथपुरी को चल दिए।* *महीनों की कठिन और थका...
हनुमान जी एवं बाली की लोक कथा।
कथा का आरंभ तब का है जब बाली को ब्रम्हा जी से ये वरदान प्राप्त हुआ ! जो भी उससे युद्ध करने उसके सामने आएगा, उसकी आधी ताक़त बाली के शरीर मे चली जायेगी ! इससे बाली हर युद्ध मे अजेय रहेगा !! सुग्रीव और बाली दोनों ब्रम्हा...
DNtv इंसान और विधाता में अंतर ।
द्रौपदी के स्वयंवर में जाते वक्त “श्री कृष्ण” ने अर्जुन को समझाते हुए कहते हैं कि, हे पार्थ तराजू पर पैर संभलकर रखना, संतुलन बराबर रखना, लक्ष्य मछली की आंख पर ही केंद्रित हो उसका खास खयाल रखना, तो अर्जुन ने कहा, “हे प्रभु ” सबकुछ अगर मुझे...
5मुखी) पंचमुखी हनुमान जी की कथा।
लंका में महा बलशाली मेघनाद के साथ बड़ा ही भीषण युद्ध चला. अंतत: मेघनाद मारा गया. रावण जो अब तक मद में चूर था राम सेना, खास तौर पर लक्ष्मण का पराक्रम सुनकर थोड़ा तनाव में आया.* *रावण को कुछ दुःखी देखकर रावण की मां कैकसी ने उसके...
dntv भाई-भाई की “विपत्ति” बांटने के लिए होते हैं न की “सम्पति” का बंटवारा करने के लिए।
राम,लखन,भरत,शत्रुघ्न चारों भाईयों के बचपन का एक प्रसंग है….. जब ये लोग गेंद खेलते थे। तो लक्ष्मण राम की साइड उनके पीछे होते थे और सामने वाले पाले में भरत और शत्रुघ्न होते थे। तब लक्ष्मण हमेशा भरत को बोलते राम भैया सबसे ज्यादा मुझे प्यार करते है,तभी...
Dntv हरि इच्छा बलवान।
एक बार भगवान विष्णु गरुड़जी पर सवार होकर कैलाश पर्वत पर जा रहे थे। रास्ते में गरुड़जी ने देखा कि एक ही दरवाजे पर दो बाराते ठहरी थी।* *मामला उनके समझ में नहीं आया। फिर क्या था, पूछ बैठे प्रभु को।* *गरुड़जी बोले ! प्रभु ये कैसी अनोखी...
DNtv जगत की रीत। ऐसी ही कथा जो हमारे जीवन की भी है। जरूर पढ़ना चाहिए।
एक बार एक गाँव में पंचायत लगी थी। वहीं थोड़ी दूरी पर एक सन्त ने अपना बसेरा किया हुआ था। जब पंचायत किसी निर्णय पर नहीं पहुच सकी तो किसी ने कहा कि क्यों न हम महात्मा जी के पास अपनी समस्या को...
मोक्ष क्या है, और कैसे प्राप्त होता है/आइए, जानते हैं कि क्या यह सही है।
मोक्ष का अर्थ होता है मुक्ति। अधिकतर लोग समझते हैं कि मोक्ष का अर्थ जीवन-मरण के चक्र से मुक्ति। बहुत से लोग मानते हैं कि श्राद्ध या तर्पण करने से हमारे पूर्वजों को मोक्ष मिल जाएगा। कुछ लोग यह भी मानते हैं कि अच्छे कर्म करने से मिलता...
प्रेरणादायक एक सेठ की कहानी🌺🌺ईश्वर हर प्राणी में है🌺🌺*ज्ञान के बाद यदि अहंकार का जन्म होता है, तो वो ज्ञान जहर है।**किन्तु……**ज्ञान के बाद यदि नम्रता का जन्म होता है, तो यही ज्ञान अमृत होता है॥*
*’एक’ सेठ जी भगवान “श्रीकृष्ण” जी के परम भक्त थे। वे निरंतर उनका जाप करते और सदैव उनको अपने अन्तःकरण में बसाए रखते थे।* *वो प्रत्येक दिन स्वादिष्ट पकवान बना कर श्री कृष्ण जी के मंदिर मे जाते थे अपने कान्हा जी को भोग लगाते । सेठ जी...
‼️ *प्रारब्ध पहले रचा,पीछे रचा शरीर।* ‼️ *तुलसी चिन्ता क्यौं करे,भज ले श्री रघुवीर।।*
एक गुरूजी थे । हमेशा ईश्वर के नाम का जाप किया करते थे । काफी बुजुर्ग हो गये थे । उनके कुछ शिष्य साथ मे ही पास के कमरे मे रहते थे । जब भी गुरूजी को शौच; स्नान आदि के लिये जाना होता था; वे अपने शिष्यो...
सबरी के राम
एकटक देर तक उस सुपुरुष को निहारते रहने के बाद बुजुर्ग भीलनी के मुह से बोल फूटे- कहो राम! सबरी की डीह ढूंढने में अधिक कष्ट तो नहीं हुआ? राम मुस्कुराए- यहां तो आना ही था अम्मा, कष्ट का क्या मूल्य… “जानते हो राम! तुम्हारी प्रतीक्षा...
वैभव का गर्व
एक बार महर्षि नारद धर्म के ज्ञान का प्रचार करते हुए किसी सघन बन में जा पहुँचे। वहाँ उन्होंने एक बहुत बड़ा घनी छाया वाला सेमर का वृक्ष देखा और उसकी छाया में विश्राम करने के लिए ठहर गये। नारदजी को उसकी शीतल छाया में आराम करके बड़ा...
संयम का परिचय, ऐसे समय में गुस्सा होकर अपना साफ-सुथरा मन क्यों खराब करना ?
एक गांव में एक बहुत समझदार और संस्कारी औरत रहती थी… एक बार वह अपने बेटे के साथ सुबह-सुबह कहीं जा रही थी तभी एक पागल औरत उन दोनों मां-बेटे के रास्ते में आ गई और उस लड़के की मां को बहुत बुरा-भला कहने लगी। *इस पागल औरत...
संयम का परिचय ‼️
एक गांव में एक बहुत समझदार और संस्कारी औरत रहती थी… एक बार वह अपने बेटे के साथ सुबह-सुबह कहीं जा रही थी तभी एक पागल औरत उन दोनों मां-बेटे के रास्ते में आ गई और उस लड़के की मां को बहुत बुरा-भला कहने लगी। इस पागल औरत...
पहला संसार की हर चीज़ मे अतृप्ति मिला दी, कि तुझे दुनिया मे कुछ भी मिल जाये तू तृप्त नहीं होगा।
दुःख ईश्वर का प्रसाद है। जब भगवान(गुरुदेव) सृष्टि की रचना कर रहे तो उन्होंने जीव को कहा कि तुम्हे मृतुलोक जाना पड़ेगा,मैं सृष्टि की रचना करने जा रहा हूँ, ये सुन जीव की आँखों मे आंसू आ गए.वो बोला प्रभु कुछ तो ऐसा करो की मे लौटकर आपके...