एक विलक्षण जीवन तत्त्व
ज्ञान की बात
यह लेख विचारों की शक्ति, उनके प्रभाव और सकारात्मक दिशा में जीवन को ढालने के तरीकों को समाहित करता है। इसमें कहानी, सुझाव और प्रेरक तत्व जोड़े गए हैं ताकि यह प्रभावी और उपयोगी लगे।
एक शांत और आध्यात्मिक दृश्य, जिसमें वृद्ध व्यक्ति बच्चों को जीवन के चार रत्नों की शिक्षा दे रहा है।
त्रिजटा की कथा रामायण के गूढ़ और प्रेरणादायक पहलुओं में से एक है, जो एक राक्षसी से साध्वी बनने के सफर को दर्शाती है। यह कथा हमें न केवल कर्तव्य, विवेक और धर्म के महत्व का पाठ सिखाती है, बल्कि यह भी बताती है कि जीवन में सही निर्णयों और सही समय पर किए गए कार्यों से कैसे किसी का व्यक्तित्व और इतिहास में स्थान बदल सकता है।
दृष्टिकोण की विकृतियाँ हमें अकारण उलझनों में उलझाती हैं और खिन्न रहने के लिए विवश करती हैं। हम गरीब हैं या अमीर, इसका निर्णय दूसरों […]
छवि, जिसमें लक्ष्मण जी विनम्रतापूर्वक सैनिक से भिक्षा मांगते हुए दिखाए गए हैं। चित्र में प्रभु श्रीराम और हनुमान दूर से देखते हुए दिखाई दे रहे हैं, और दृश्य को भोर की रोशनी और प्राकृतिक परिवेश का दिव्य दर्शन।
जीवन में कुछ भी असंभव नहीं। पाने की जिज्ञासा जानने का हठ हर बाधा को पार करा देता है।
दुर्बल मन:स्थिति के लोग प्रायः अशुभ भविष्य की कल्पनाएँ करते रहते हैं। विपत्तियों और असफलताओं की आशंकाएँ उनके मन पर छाई रहती हैं। वे ऐसे […]
सद्विचारों की सतत बहने वाली गंगोत्री| भाव
हमारी शिक्षा और व्यवस्था, आलेख
१७ नवंबर २०२४, रविवार
– मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष द्वितीया, संवत २०८१
अपूर्णता: संसार में पूर्ण कुछ नहीं है। केवल ब्रह्म को ही पूर्ण कहा जाता है, जिसके विषय में शुक्ल यजुर्वेद के शांतिपाठ में वर्णित है: […]
१६ नवंबर २०२४ शनिवार”
मार्गशीर्ष कृष्णपक्ष प्रतिपदा २०८१
१५ नवंबर २०२४ शुक्रवार- ‼️
-कार्तिक शुक्लपक्ष पूर्णिमा २०८१
‼ -१४ नवंबर २०२४ गुरुवार- ‼️
-कार्तिक शुक्लपक्ष त्रयोदशी २०८१-