छवि, जिसमें लक्ष्मण जी विनम्रतापूर्वक सैनिक से भिक्षा मांगते हुए दिखाए गए हैं। चित्र में प्रभु श्रीराम और हनुमान दूर…
जीवन में कुछ भी असंभव नहीं। पाने की जिज्ञासा जानने का हठ हर बाधा को पार करा देता है।
दुर्बल मन:स्थिति के लोग प्रायः अशुभ भविष्य की कल्पनाएँ करते रहते हैं। विपत्तियों और असफलताओं की आशंकाएँ उनके मन पर…
हमारी शिक्षा और व्यवस्था, आलेख
१७ नवंबर २०२४, रविवार - मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष द्वितीया, संवत २०८१
अपूर्णता: संसार में पूर्ण कुछ नहीं है। केवल ब्रह्म को ही पूर्ण कहा जाता है, जिसके विषय में शुक्ल यजुर्वेद…
१५ नवंबर २०२४ शुक्रवार- ‼️ -कार्तिक शुक्लपक्ष पूर्णिमा २०८१
‼ -१४ नवंबर २०२४ गुरुवार- ‼️ -कार्तिक शुक्लपक्ष त्रयोदशी २०८१-