Covid-19 ) कछुआ से केवट और सुदामा ।
*🐢एक कछुआ भगवान विष्णु का बड़ा अनन्य भक्त था. एक बार गंगासागर स्नान को आए कुछ ऋषियों के मुख से उसने श्रीहरि के चरणों की महिमा सुनी।* *कछुए के मन में प्रभु चरणों के दर्शन की तीव्र इच्छा हुई.* *उसने ऋषियों से पूछा कि उसे प्रभु चरणों के...
Covid-19 ) सारे तीरथ बार-बार गंगा सागर एक बार जाने क्यों।
गंगा सागर को तीर्थों का पिता कहा जाता है, कहने का तात्पर्य है कि गंगा सागर का अन्य तीर्थों की अपेक्षा अत्यधिक महत्व है। शायद यही कारण है कि जन साधारण में यह कहावत बहुत प्रचलित है कि- ”सब तीरथ बार-बार, गंगा सागर एक बार।’ ‘ गंगा जिस...
Covid-19 } पाप का गुरु कौन ।
एक समय की बात है। एक पंडित जी कई वर्षों तक काशी में शास्त्रों का अध्ययन करने के बाद गांव लौटे। पूरे गांव में शोहरत हुई कि काशी से शिक्षित होकर आए हैं और धर्म से जुड़े किसी भी पहेली को सुलझा सकते हैं। ...
Covid-19 } दुःख की निवृत्ति ज्ञान से ही संभव है।
संसार को विषवृक्ष कहा गया है, उसमें आपत्तियाँ भी कम नहीं हैं । यहाँ यंत्रवत् सब कुछ चलता है।* *”दूर रहते हुए और न चाहते हुए भी “कठिनाइयाँ” आती हैं, कष्ट घेर लेते हैं ।” फिर सारे जीवनभर का क्रम हो जाता है।* *”उन कठिनाइयों से लड़कर अपने...
Covid-19 } गिद्द के गिद्द कौन होंगे ?
वैश्विक महामारी कोविड -19 अपने चरम पर नित रोज अनगिनत शवों का आहार लें रहा है ! उसका भूखा और मोटा पेट आसानी से भरने वाला तो नहीं है ! शासन सरकार अपने नागरिकों को बचाने के प्रयास कर ही रही है ! ये अलग बात है कि...
Covid-19 } आशा है, तो जीवन है ।
एक राजा ने दो लोगों को मौत की सजा सुनाई l उसमें से एक यह जानता था कि राजा को अपने घोड़े से बहुत ज्यादा प्यार है l उसने राजा से कहा कि यदि मेरी जान बख्श दी जाए तो मैं एक साल में उसके घोड़े को उड़ना...
Covid-19 } हम गणेश भगवान की पूजा क्यों करते है।
भगवान गणेश को समृद्धि, बुद्धि और अच्छे भाग्य का देवता माना जाता है। भगवान गणेश, सर्वशक्तिमान माने जाते है। माना जाता है कि भगवान गणेश, मनुष्यों के कष्ट हर लेते है और उनकी पूजा करने से घर में सुख समृद्धि आती है। परंपरा के अनुसार, हर धार्मिक उत्सव...
Covid-19 } ईश्वर की लाठी में आवाज नही होती।
एक साधु वर्षा के जल में प्रेम और मस्ती से भरा चला जा रहा था,कि उसने एक मिठाई की दुकान को देखा जहां एक कढ़ाई में गरम दूध उबाला जा रहा था तो मौसम के हिसाब से दूसरी कढ़ाई में गरमा गरम जलेबियां तैयार हो रही थीं। साधु...
Covid-19 } भगवान श्रीगणेश के आठ अवतारो की कथा।
अन्य सभी देवताओं के समान भगवान गणेश ने भी आसुरी शक्तियों के विनाश के लिए विभिन्न अवतार लिए। श्रीगणेश के इन अवतारों का वर्णन गणेश पुराण, मुद्गल पुराण, गणेश अंक आदि ग्रंथो में मिलता है।जानिए श्रीगणेश के अवतारों के बारे में- 1. वक्रतुंड 〰️🌼〰️ वक्रतुंड का अवतार...
Covid-19 } भगवान शंकर के पूर्ण रूप काल भैरव।
एक बार सुमेरु पर्वत पर बैठे हुए ब्रम्हाजी के पास जाकर देवताओं ने उनसे अविनाशी तत्व बताने का अनुरोध किया शिवजी की माया से मोहित ब्रह्माजी उस तत्व को न जानते हुए भी इस प्रकार कहने लगे – *मैं ही इस संसार को उत्पन्न करने वाला स्वयंभू, अजन्मा,...
Covid-19 } मुक्ति के लिए कलियुग ही सर्वश्रेष्ठ । कैसे :-?
एक बार बड़े-बड़े ऋषि-मुनि एक जगह जुटे तो इस बात पर विचार होने लगा कि कौन सा युग सबसे बढिया है. बहुतों ने कहा सतयुग, कुछ त्रेता को तो कुछ द्वापर को श्रेष्ठ बताते रहे. जब एक राय न हुई यह तय हुआ कि जिस काल में कम...
Covid-19} निष्काम प्रेम ही सच्ची भक्ति है/ अनोखी कहानी।
एक गाँव में एक बूढ़ी माई रहती थी । माई का आगे – पीछे कोई नहीं था इसलिए बूढ़ी माई बिचारी अकेली रहती थी । एक दिन उस गाँव में एक साधू आया । बूढ़ी माई ने साधू का बहुत ही प्रेम पूर्वक आदर सत्कार किया। जब साधू...
Covid-19} हनुमान जी के अमर होने की पूरी कहानी।
“त्रेता में जब जन्मे श्रीराम” ग्रंथों में उल्लेख मिलता है कि त्रेतायुग में जब भगवान श्रीराम का जन्म हुआ तो एक दिन भोलेनाथ ने माता पार्वती से पृथ्वीलोक पर अपने प्रभु श्रीराम के पास जाने की इच्छा जाहिर की। इसके बाद माता ने उनसे कहा कि यदि शिव...
रहस्यमई “चूडामणि” का अदभुत रहस्य।
१–कहाँ से आई चूडा मणि ? २–किसने दी सीता जी को चूडामणि ? ३–क्यों दिया लंका में हनुमानजी को सीता जी ने चूडामणि ? ४–कैसे हुआ वैष्णो माता का जन्म? चौ.-मातु मोहि दीजे कछु चीन्हा। जैसे रघुनायक मोहि दीन्हा।। चौ–चूडामनि उतारि तब दयऊ। हरष समेत पवनसुत लयऊ।। *चूडामणि...
श्री कृष्ण का लॉकडाउन।
एक कथा के अनुसार कुरुक्षेत्र के युद्धक्षेत्र को विशाल सेनाओं के आवागमन की सुविधा के लिए तैयार किया जा रहा था। उन्होंने हाथियों का इस्तेमाल पेड़ों को उखाड़ने और जमीन साफ करने के लिए किया। ऐसे ही एक पेड़ पर एक गौरैया अपने चार बच्चों के साथ रहती...