Covid-19) निष्काम भक्ति।
गोपियां कहती हैं यदि मेरे लिए ठाकुर को थोड़ा सा भी श्रम उठाना पड़े तो हमारी भक्ति व्यर्थ है। इसीलिए भगवान से कुछ ना मांगो। ना मांगने से भगवान तुम्हारे ऋणी होंगे। गोपियों ने भगवान से कुछ नहीं मांगा था। उनकी भक्ति सर्वदा निष्काम रही है। गोपी...
Covid-19) निष्ठा पूर्वक कर्म।
कौशिक नामक एक ब्राह्मण बड़ा तपस्वी था। तप के प्रभाव से उसमें बहुत आत्म बल आ गया था। एक दिन वह वृक्ष के नीचे बैठा हुआ था कि ऊपर बैठी हुई चिड़िया ने उस पर बीट कर दी। कौशिक को क्रोध आ गया। लाल नेत्र करके ऊपर को...
Covid-19) आज का अमृत।
सहजता से बढ़ कर जीवन को जीने का कोई दूसरा मूलमंत्र नहीं है। एक बहुत ज्ञानी व्यक्ति था। वो अपनी पीठ पर ज्ञान का भंडार लाद कर चला करता था। सारी दुनिया उसकी जयकार करती थी। ज्ञानी अपने ज्ञान पर दंभ करता इतराता फिरता था। एक बार वो...
Covid-19) जब माता पार्वती ने बनाया भोजन तो शिवजी ने उन्हें बताई ये अनोखी बात।‼️
एक बार माता पार्वती ने भगवान शिव से कहा की प्रभु मैंने पृथ्वी पर देखा है कि जो व्यक्ति पहले से ही अपने प्रारब्ध से दुःखी है आप उसे और ज्यादा दुःख प्रदान करते हैं और जो सुख में है आप उसे दुःख नहीं देते है। भगवान ने...
Covid-19) हमारे कर्म कभी भी एक समान नहीं हो सकते‼️
*एक बार एक भक्त धनी व्यक्ति मंदिर जाता है।* *पैरों में महँगे और नये जूते होने पर सोचता है कि क्या करूँ?* *यदि बाहर उतार कर जाता हूँ तो कोई उठा न ले जाये और अंदर पूजा में मन भी नहीं लगेगा; सारा ध्यान् जूतों पर ही...
Covid-19) परमात्मा की परख‼️*
एक समय की बात है किसी गाँव में एक साधु रहता था, वह परमात्मा का बहुत बड़ा भक्त था और निरंतर एक पेड़ के नीचे बैठ कर तपस्या किया करता था | उसका परमात्मा पर अटूट विश्वास था और गाँव वाले भी उसकी इज्ज़त करते थे| एक बार...
Covid-19 ) ‼️माथे का टीका‼️
काफी समय पहले की बात है कि एक मन्दिर के बाहर बैठ कर एक भिखारी भीख माँगा करता था । ( वह एक बहुत बड़े महात्मा जी का शिष्य था जो कि इक पूर्ण संत थे ) उसकी उम्र कोई साठ को पार कर चुकी थी । ....
Covid-19 ) परहित का चिंतन।
*एक राजा था जिसे शिल्प कला अत्यंत प्रिय थी। वह मूर्तियों की खोज में देस-परदेस जाया करता थे। इस प्रकार राजा ने कई मूर्तियाँ अपने राज महल में लाकर रखी हुई थी और स्वयं उनकी देख रेख करवाते।* *सभी मूर्तियों में उन्हें तीन मूर्तियाँ जान से भी...
Covid-19 ) चातुर्मास किसे कहते हैं?‼️
व्रत, भक्ति और शुभ कर्म के 4 महीने को हिन्दू धर्म में ‘चातुर्मास’ कहा गया है। ध्यान और साधना करने वाले लोगों के लिए ये माह महत्वपूर्ण होते हैं। इस दौरान शारीरिक और मानसिक स्थिति तो सही होती ही है, साथ ही वातावरण भी अच्छा रहता है। चातुर्मास...
Covid-19 ) भागवत कथा सुनने की परंपरा का प्रारंभ कब से है।
हिंदू धर्म में श्रीमद्भागवत कथा को कितना महत्व दिया जाता है, कोई इस बात से अंजान नहीं है। इसकी महत्ता को देखते हुए ही लगभग हर कोई अपने घर इसका पाठ आदि करवाने लगा है। श्रीमद्भागवत कथा सुनने के लिए लोग बड़े से बड़े संत को बुलाते हैं,...
Covid-19 ) भगवान शिव के गले में लिपटे नाग का नाम और अन्य रहस्य जानिए
भारत में नागकुल और नागों के रहस्य को सुलझाना अत्यंत ही कठिन है। क्या पहले सर्पमानव होते थे या कि सर्प जातियों के नाम के आधार पर ही मानव की जातियों का निर्माण हुआ? कुछ भी हो लेकिन यह तो तय है कि सभी नाग प्रजातियां भगवान शिव...
Covid-19 ) कन्यादान का मूल अर्थ।
*कन्यादान शब्द पर समाज में गलतफहमी पैदा हो गई है*, *और अकारण भ्रांतियां उत्पन्न की गयी हैं,* *” समाज को यह समझने की जरूरत है कि कन्यादान का मतलब संपत्ति दान नही होता* *और… न ही ” लड़की ” का दान होता है”* *”कन्यादान” का मतलब “गोत्र दान”...
Covid-19 ) क्यों आए भगवान शिव, महाकाली के पैरों के नीचे?
भगवती दुर्गा की दस महाविद्याओं में से एक हैं महाकाली। जिनके काले और डरावने रूप की उत्पति राक्षसों का नाश करने के लिए हुई थी। यह एक मात्र ऐसी शक्ति हैं जिन से स्वयं काल भी भय खाता है। उनका क्रोध इतना विकराल रूप ले लेता है की...
Covid-19) ‼️आज का अमृत‼️ हाँ, भगवान् हैं।
एक मेजर के नेतृत्व में 15 जवानों की एक टुकड़ी हिमालय के अपने रास्ते पर थी उन्हें ऊपर कहीं अगले तीन महीने के लिए दूसरी टुकड़ी की जगह तैनात होना था दुर्गम स्थान, ठण्ड और बर्फ़बारी ने चढ़ाई की कठिनाई और बढ़ा दी थी बेतहाशा ठण्ड में मेजर...